यूपी में बनना है शिक्षक? नए नियम जानकर उड़ जाएंगे होश, अब डिग्री के साथ चाहिए ये खास योग्यता
Updated : Tue, 15 Apr 2025 10:38 PM

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) से संबद्ध विद्यालयों में प्रवक्ता (पीजीटी) भर्ती के लिए अब बी.एड. अनिवार्य होगा। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) के निर्देशानुसार यूपी बोर्ड ने शासन को प्रस्ताव भेजा है। एडेड माध्यमिक विद्यालयों में पीजीटी भर्ती अब परास्नातक के साथ बी.एड. योग्यता के आधार पर होगी। अब एनसीटीई ने शिक्षक भर्तियों के लिए बीएड प्रशिक्षण को अनिवार्य कर दिया है।
यूपी बोर्ड से मान्यता प्राप्त विद्यालयों/अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) माध्यमिक विद्यालयों में प्रवक्ता संवर्ग (पीजीटी) भर्ती में अब परास्नातक के साथ अभ्यर्थियों को अनिवार्य रूप से बीएड प्रशिक्षित भी होना होगा।
इसके लिए उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) के सचिव भगवती सिंह की ओर से राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) के निर्देश के क्रम में शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। एडेड माध्यमिक के 1921 के एक्ट में संशोधन किए जाने के बाद विषयवार निर्धारित अर्हता के क्रम में भर्ती कराई जाएगी।
एडेड माध्यमिक विद्यालयों के लिए प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (टीजीटी) एवं प्रवक्ता संवर्ग (पीजीटी) के रिक्त पदों के सापेक्ष उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग चयन प्रक्रिया पूरी करेगा। अभी तक यह भर्ती उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड करता था। टीजीटी भर्ती की अर्हता में अभ्यर्थी का बीएड प्रशिक्षण प्राप्त होना अनिवार्य था, लेकिन पीजीटी भर्ती में बीएड प्रशिक्षण नहीं था।
अब एनसीटीई ने शिक्षक भर्तियों के लिए बीएड प्रशिक्षण को अनिवार्य कर दिया है, इसलिए अर्हता में संशोधन की प्रक्रिया चल रही है। 1921 के एक्ट में विषयवार अर्हताएं परिशिष्ट में निर्धारित हैं, जिसके अनुरूप अब तक शिक्षक भर्तियां होती रही हैं। यूपी बोर्ड के प्रस्ताव के क्रम में शासन से परिशिष्ट में संशोधन किए जाने के बाद नई शैक्षिक अर्हता के क्रम में परास्नातक के साथ बीएड होने पर पीजीटी भर्ती कराई जाएगी।
यूपी बोर्ड ने भेजा प्रस्ताव
यूपी बोर्ड ने भेजे प्रस्ताव में कहा है कि जो अर्हताएं राजकीय शिक्षकों की भर्ती के लिए निर्धारित हैं, उसी अनुरूप एडेड माध्यमिक विद्यालयों में भर्तियां किया जाना उपयुक्त होगा, जिससे एनसीटीई से निर्धारित मानक के क्रम में शिक्षक भर्तियों में एकरूपता रहे।