भिखारी, भोंपू और भीड़: जामा मस्जिद पर जब उग्र हुए युवा तो पुलिस के काम आया माइक, रोक ली भगदड़
Updated : Mon, 14 Apr 2025 10:43 PM

जामा मस्जिद में जानवर का कटा सिर रखकर माहौल का बिगाड़ने का प्रयास करने के आरोपित को पुलिस ने शनिवार जेल भेज दिया। आरोपित ने अपनी पहचान छिपाने के लिए जामा मस्जिद के पास ही एक दुकान से रुमाल खरीदा था। दुकान से मिले फुटेज से आरोपित की पहचान नजरूद्दीन के रूप में हुई। पुलिस ने चीलघर के मीट विक्रेता के बयान भी शनिवार को दर्ज किए।
जामा मस्जिद में शुक्रवार सुबह फज्र की नमाज पढ़ने गए लोगों को वुजूखाना के पास रखे थैले में जानवर का कटा सिर मिलने से तनाव फैल गया था। पुलिस ने चार घंटे में आरोपित की पहचान कर उसे गिरफ्तार कर लिया था। मूलरूप से टीला नंंदराम मंटोला के रहने वाले नजरूद्दीन ने जानवर का कटा हुआ सिर मस्जिद में रखा था। वह वर्तमान में परिवार के साथ कोलियाई, शाहगंज में रहता है।
पुलिस काे रुमाल से चेहरा छिपाए आरोपित नजरूद्दीन का फुटेज जामा मस्जिद में लगे सीसीटीवी फुटेज से मिला।उसकी टी शर्ट पर वन स्माल पाजीटिव थाट लिखा था। आरोपित की पहचान के लिए पुलिस जामा मस्जिद के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही थी। शुक्रवार सुबह 10 बजे बाजार खुलने पर पुलिस ने दुकानों में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगालने शुरू किए। जामा मस्जिद के पास एक दुकान पर उसी स्लोगन वाली टी शर्ट वाला व्यक्ति मिला।
पुलिस ने दुकानदार से जानकारी तो पता चला कि आरोपित ने वहां से एक रुमाल खरीदा था। पुलिस ने आरोपित की पहचान के लिए उसकी फोटो को शांति समितियों के वाट्सएप ग्रुप में प्रसारित किया।मंटोला क्षेत्र में लोगों को दिखाने पर उन्होंने आरोपित की पहचान नजरूद्दीन के रूप में की। पुलिस की पूछताछ में नजरूद्दीन ने बताया कि उसने 10 अप्रैल को चीलघर से जानवर का सिर 250 रुपये में खरीदा था। जिसे एक थैले में स्कूटी पर लेकर आया। स्कूटी को जामा मस्जिद के पास खड़ा कर दिया। इसके बाद वह जामा मस्जिद के पास बाजार में गया। वहां से रूमाल खरीदा था।