• Home
  • Sun, 27-Apr-2025

Breaking News


मौसम में बदलाव से ब्रेन स्ट्रोक के साथ बढ़ा अस्थमा अटैक का खतरा, यूपी के इस ज‍िले में अचानक बढ़े मरीज

Updated : Thu, 16 Jan 2025 10:50 PM

आगरा के एसएन मेड‍िकल कॉलेज के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ. जीवी सिंह ने बताया कि कोहरे में घर से बाहर निकलने से अस्थमा रोगियों की सांस नलिकाओं में सूजन आने लगी है। अस्थमा अटैक के साथ पिछले पांच दिन में 20 मरीज भर्ती किए गए हैं। गंभीर हालत में आए मरीजों को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है।

मौसम में बदलाव से अस्थमा के साथ सांस संबंधी बीमारियों से पीड़ित मरीजों की परेशानी बढ़ने लगी है। इसके साथ ही ब्रेन स्ट्रोक के मरीजों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। बुधवार को एसएन मेडिकल कॉलेज में सांस लेने में परेशानी, ब्रेन स्ट्रोक के साथ ही बेचैनी और घबराहट की समस्या के साथ मरीज पहुंचे। बड़ी संख्या में मरीजों के पहुंचने से इमरजेंसी के साथ मेडिसिन विभाग के आईसीयू में बेड फुल हो गए हैं।

 

कोहरा छाने से निचली सतह पर प्रदूषक तत्वों का स्तर बढ़ने लगा है। इसमें भी कार्बन मोनो ऑक्साइड का स्तर बढ़ने से सांस संबंधी बीमारी से पीड़ित मरीजों की सांस उखड़ रही है।

 

एसएन के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ. जीवी सिंह ने बताया कि कोहरे में घर से बाहर निकलने से अस्थमा रोगियों की सांस नलिकाओं में सूजन आने लगी है। अस्थमा अटैक के साथ पिछले पांच दिन में 20 मरीज भर्ती किए गए हैं। गंभीर हालत में आए मरीजों को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है।

एसएन इमरजेंसी प्रभारी डॉ. मनीष बंसल ने बताया कि ब्रेन स्ट्रोक के मरीजों की संख्या बढ़ी है। चेहरा टेढ़ा होने, शरीर में एक हिस्से में सुन्नपन की समस्या के साथ मरीज आ रहे हैं। इसके साथ ही बेचैनी-घबराहट के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है।

वरिष्ठ न्यूरो फिजीशियन डॉ. नरेश शर्मा ने बताया कि ब्रेन स्ट्रोक के मरीजों में पहले चार घंटे अहम होते हैं। सीटी स्कैन में ब्लॉकेज आने पर इंजेक्शन लगाया जाता है। इससे मरीज पूरी तरह से ठीक हो जाते हैं। एसएन के बाल रोग विभाग अध्यक्ष डॉ. नीरज यादव ने बताया कि बच्चों में वायरल संक्रमण के साथ ही निमोनिया की समस्या हो रही है। तेज बुखार आने पर डॉक्टर से परामर्श के बाद ही दवा लें।