Road Accidents in Agra: सिकंदरा हाईवे बना हादसों का रास्ता, एक साल में 50 से ज्यादा मौतें; नहीं जागा है प्रशासन
Updated : Thu, 11 Jan 2024 05:11 PM

आगरा में हादसों का दौर जारी है। यात्रा को आसान बनाने वाले हाईवे ही लोगों की जान ले रहे हैं। सिकंदरा हाईवे पर 38 दिन में दो बड़े हादसे हुए हैं। एक साल में 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इसके बाद भी भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के साथ पुलिस-प्रशासन नहीं जागा है।
सिकंदरा हाईवे पर 38 दिन में दो बड़े हादसों के बाद भी भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के साथ पुलिस-प्रशासन नहीं जागा। सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के दावे कागजी साबित हुए। तमाम दावों के बाद भी हादसों में होने वाली मृत्यु की संख्या में कमी नहीं आई।
वर्ष 2023 में सिकंदरा हाईवे पर 50 से अधिक लोगों की मृत्यु हुई। इसका कारण हादसों तेज गति और अतिक्रमण था। जबकि इतने ही लोग हादसों में घायल हुए। दो दिसंबर 2023 को ब्लैक स्पाट गुरुद्वारा गुरु का ताल पर भीषण हादसे में कंटेनर ने ऑटो सवार छह लोगों को रौंद दिया था। सभी सवारियों की मौके पर मृत्यु हो गई।
पुलिस-प्रशासन ने संयुक्त अभियान चला अतिक्रमण हटाया। इसमें भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण भी इस मुहिम में शामिल हुआ। हाईवे के किनारे दुकानदारों द्वारा किया गया अतिक्रमण हटवाया। दुकानदारों को बुलाकर सीमा में रहने की हिदायत दी गई। एक महीने बाद ही हालात फिर वही हो गए।
मंगलवार रात को हादसे के बाद भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने हाईवे किनारे दुकानदारों का अतिक्रमण हटवाया। बुधवार सुबह वहां दोबारा अतिक्रमण हो गया।
सुझाव
- हाईवे पर बने कट पर साइन बोर्ड होना चाहिए। जिससे कि वहां पर वाहन चालक स्वत: सतर्क होकर वाहनों की गति को धीमा कर लें।
- सड़क पर सफेद पट्टी के साथ ही स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था हो, जिससे कि कट से हाईवे पर आने वाले वाहन दूर से दिखाई दे सकें।
- हाईवे पर यातायात पुलिस की इंटरसेप्टर की गश्त और ब्रीथ एनलाइजर से चेकिंग बढ़ाई जाए। जिससे कि गति और नशे में वाहन चलाने वालों पर रोक लग सके।