• Home
  • Sun, 27-Apr-2025

Breaking News


Agra: पैराशूट से पहुंचेगा सात टन का सामान, तैयार हो रहा हैवी ड्रॉप सिस्टम

Updated : Sat, 09 Dec 2023 05:11 PM

Agra एडीआरडीई की टीम आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार करने में लगी हुई है। दुर्गम स्थान पर युद्ध में गोला बारूद और आपदा की स्थिति में राहत सामग्री पहुंचाने को सात टन वजनी हैवी ड्रॉप सिस्टम विकसित किया जा रहा है। एडीआरडीई के एक अधिकारी ने बताया कि सात टन वजनी हैवी ड्राप सिस्टम में पांच पैराशूट होंगे। आत्मनिर्भर भारत के अभियान के लिए ये एक बड़ा कदम है।

हवाई वितरण अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान (एडीआरडीई) की टीम आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार करने में लगी हुई है। दुर्गम स्थान पर युद्ध में गोला बारूद और आपदा की स्थिति में राहत सामग्री पहुंचाने को सात टन वजनी हैवी ड्रॉप सिस्टम विकसित किया जा रहा है।

पूरी तरह से स्वदेशी ये सिस्टम एक से दो साल में तैयार हो जाएंगे। पहले चरण के परीक्षण यहां मलपुरा ड्रॉपिंग जोन में होंगे। अंतिम चरण के परीक्षण देश के अन्य ड्रॉपिंग जोन में किए जाएंगे। यह पैराशूट सिस्टम भारतीय वायुसेना के मालवाहक विमान सी-17 और सी-130 के लिए होंगे। यह दोनों विमान वायुसेना ने अमेरिका से खरीदे हैं।

यहां बनते हैं पैराशूट

आगरा में एडीआरडीई देश में एकमात्र ऐसा संस्थान है जहां पैराशूट की डिजाइन तैयार की जाती है। भारतीय वायु सेना के प्रत्येक फाइटर प्लेन या फिर मालवाहक विमानों के लिए यहीं पैराशूट तैयार किए जाते हैं। हाल ही में टीम ने फाइटर प्लेन तेजस के लिए ब्रेक पैराशूट तैयार किया था। उन्नति श्रेणी के फाइटर प्लेन के लिए भी ब्रेक पैराशूट विकसित करने का कार्य अंतिम चरण में है।

एडीआरडीई के एक अधिकारी ने बताया कि सात टन वजनी हैवी ड्राप सिस्टम में पांच पैराशूट होंगे। यह पैराशूट नायलॉन व उन्नत श्रेणी की सामग्री से तैयार होंगे। सिस्टम इस तरीके से विकसित किया जा रहा है कि अगर पानी में सामान को उतारना पड़ता है तो इससे पैराशूट को कोई भी क्षति नहीं होगी। बर्फीले क्षेत्र में भी इसे उतारा जा सकता है।

इसलिए पड़ी जरूरत

मालवाहक विमान सी-17 और सी-130 के लिए कोई स्वेदशी हैवी ड्रॉप सिस्टम नहीं है। आपातकाल में ऐसे स्थानों पर जहां आसानी से पहुंच संभव नहीं है, सामान पहुंचाने के लिए हैवी ड्रॉप सिस्टम की जरूरत पड़ती है। इसी कारण एडीआरडीई की टीम इस काम को महत्वपूर्ण मान रही है।

ऐसे काम करता है हैवी ड्रॉप सिस्टम

हैवी ड्रॉप सिस्टम में ताकतवर पांच पैराशूट का समूह जोड़ा जाता है। यह पूरी तरह पैक होता है। इस सिस्टम से सात टन वजन का प्लेटफार्म जोड़ दिया जाता है। ऊंचाई से जैसे ही प्लेटफार्म सहित पूरे सिस्टम को विमान से नीचे फेंका जाता है, सबसे पहले मुख्य पैराशूट खुलता है। कुछ सेकेंड के बाद अन्य पैराशूट खुल जाते हैं। इससे निर्धारित जगह पर सामान को उतारने में मदद मिलती है।