Agra Crime News: आनलाइन बैटिंग गेम से करोड़ाें की ठगी, साइबर गैंग का एक एजेंट गिरफ्तार छह फरार
Updated : Tue, 26 Sep 2023 02:31 AM

Cyber Crime News Agra -लाइव कंटेंट और गेम थर्ड पार्टी एकबैट/वेब पोर्टल पर अनाधिकृत लाइव स्ट्रीमिंग करते थे। साइबर गिरोह इससे करोड़ों रुपये की कमाई कर रहे थे। साइबर शातिर यूजर्स से तीन से पांच सौ रुपये की आनलाइन सब्सक्रिप्शन राशि किराए के खातों में लेते थे। पुलिस अब फरार हुए गैंग के छह सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास कर रही है।
स्टार इंडिया के अधिकृत कंटेंट, लाइव गेम आदि थर्ड पार्टी एप एकबैट/वेब पोर्टल पर अनाधिकृत तरीके से लाइव स्ट्रीमिंग, बैटिंग-गेेमिंग करा करोड़ाें रुपये की ठगी करने वाले साइबर गिरोह के एजेंट कपिल को सोमवार शाहगंज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। गिरोह के छह और एजेंट के बारे में साइबर सेल को पता चला है। इनकी तलाश कर रही है।
साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक सुल्तान सिंह ने बताया इस वर्ष जुलाई में शाहगंज थाने में धोखाधड़ी और आइटी एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया था। इसमें स्टार इंडिया कंपनी के अधिकृत लाइव कंटेंट, लाइव गेम आदि को थर्ड पार्टी एकबैट और अन्य पोर्टल के माध्यम से डाउनलोड कर विदेशी सर्वर चीन और वियतनाम के माध्यम से लाइव री-स्ट्रीमिंग के जरिए अवैध बैटिंग-गेमिंग कराई जा रही थी।
साइबर सेल ने मामले की जांच की तो पता चला कि उक्त पायरेटेड वेबसाइट कंपनी आइसीसी क्रिकेट विश्वकप 2024 के क्वालीफायर मैच भी लाइव स्ट्रीमिंग करने की तैयारी में हैं। एकबैट वेब और अन्य 27 पोर्टल से संबंधित मोबाइल नंबर, बैंक खातों के आधार पर साइबर सेल द्वारा जांच की गई। खाता धारकों के नाम-पतों को तस्दीक किया गया तो वह आगरा, आंध्र प्रदेश, गुंटूर्, विजयवाड़ा और हैदराबाद से संबंधित पाए गए।
सभी खाते साइबर गिरोह ने एजेंटों के माध्यम से खुलवाए थे। मामले में साइबर सेल और शाहगंज थाने की टीम ने बिचपुरी के रहने वाले एक और एजेंट कपिल को गिरफ्तार किया है। आरोपित से आठ प्री-एक्टिवेटेड सिम, एक एटीएम कार्ड, नौ चैकबुक, आठ पासबुक और दो मोबाइल बरामद किए हैं। आरोपित को जेल भेजा जा रहा है।
वर्क फ्राम होम में पांच फीसद कमीशन का लालच देकर बनाया एजेंट
एजेंट कपिल ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उसके मोबाइल पर वर्क फ्राम होम का मैसेज आया था। इसके बाद टेलीग्राम पर महेश नाम के युवक ने संपर्क किया। उसने कार्य की जानकारी और प्रशिक्षण के लिए टीएस मणिकांता से इंटरनेट मीडिया पर बात कराई। उसे बताया गया कि फर्जी कंपनी बनाकर करंट खाता खुलवाना होगा। इसमें कोई अवैध धनराशि नहीं आएगी।
सिर्फ गेमिंग का रुपया जमा होगा। उसे खाते में जमा होने वाली रकम में पांच प्रतिशत कमीशन मिलेगा। कपिल ने लालच में अपने साथियों आशीष, योगेंद्र, हेमंत और शिवेंद्र की मदद से 15 बैंक खाते खुलवा इसके सारे प्रपत्र महेश और टीएस मणिकांत को दिए थे।
नेट बैंकिंग से खाते संचालित करता था गिरोह
साइबर गिरोह एजेंटों द्वारा खुलवाए खातों का नेट बैंकिंग एक्टिव करा खुद की संचालित करता था। इन खातों में आनलाइन बैटिंग-गेमिंग एप की करोड़ों की धनराशि आती थी। इस रकम को गिरोह क्रिप्टो करेंसी में बदलकर दूसरे बैंक खातों में क्रेडिट ले लेते थे। इससे कि पुलिस की पकड़ में न अा सकें।
संजय प्लेस में खोली थी फर्जी फर्म
एजेंट कपिल ने बताया उसने साथियों के साथ मिलकर संजय प्लेस में डिलाइट के नाम से फर्जी फर्म खोली थी। इस फर्म द्वारा खुलवाए गए खातों में करोडों का लेनदेन हुआ था। साइबर सेल द्वारा आनलाइन बैटिंग-बेटिंग गेम वेबसाइट और एप का पर्दाफाश करने के बाद गिरफ्तारी से बचने के लिए उसने गिरोह के साथ हुई चैट और इंटरनेट मीडिया अकाउंट को डिलीट कर दिया था। अन्य प्रपत्रों को जला दिया था।
पुलिस को इन एजेंट की है तलाश
आशीष, हेमंत, योगेश, शिवेंद्र, रवि और प्रभाकर। यह एजेंट बिचपुरी के रहने वाले हैं।
गिरोह का पर्दाफाश करने वाली टीम
प्रभारी निरीक्षक शाहगंज आलोक कुमार सिंह, प्रभारी निरीक्षक साइबर सेल सुल्तान सिंह, प्रभारी निरीक्षक सर्विलांस सेल जितेंद्र कुमार सिंह और निरीक्षक पुष्पेंद्र कुमार, उप निरीक्षक सुबोध मान, सचिन धामा, मुख्य आरक्षी सनी कुमार, विजय तोमर,मनोज कुमार, अविनाश सिंह, शेर सिंह,कर्मवीर सिंह, आरक्षी धर्मेंद्र कुमार, मनीष कुमार।