G-20 के मेहमानों के स्वागत में सुप्रीम कोर्ट के नियमों की अवहेलना, ताजमहल पर पत्थरों की घिसाई में उड़ी धूल
Updated : Sun, 22 Jan 2023 04:52 PM

जी-20 के प्रतिनिधियों के स्वागत को ताजगंज को चमकाने में सुप्रीम कोर्ट के नियमों की जमकर अवहेलना की जा रही है। शनिवार को ताजमहल के पूर्वी गेट मार्ग पर स्टोन पिलर लाइट के पत्थरों की घिसाई कर खूब धूल उड़ाई गई। धूल उड़ने से पर्यटकों और दुकानदारों को परेशानी का सामना करना पड़ा। यह स्थिति तब है, जब हाल ही में आई नेशनल इन्वायरमेंटल इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (नीरी) की टीम ने ताजगंज में ताजमहल को प्रभावित कर रही प्रत्येक गतिविधि की जानकारी की थी।
आगरा में होनी है मेहमानों की विजिट
जी-20 के प्रतिनिधियों की आगरा की विजिट 11 व 12 फरवरी को होनी है। 12 फरवरी को जी-20 के प्रतिनिधि ताजमहल व अन्य स्मारक देखने जाएंगे। इसके लिए खेरिया एयरपोर्ट से ताजमहल के पूर्वी गेट तक रोड को चमकाया जा रहा है। सड़कों की धुलाई की जा रही है। शिल्पग्राम से लेकर ताज पूर्वी गेट, ताजगंज, पश्चिमी गेट होते हुए अमरूद का टीला पार्किंग तक रोड के दोनों ओर स्टोन पिलर लाइट लगी हैं। रेड सैंड स्टोन की जाली वर्क की ये लाइटें ताजगंज प्रोजेक्ट में लगाई गई थीं। इन लाइटों को चमकाने के लिए शनिवार को इनके पत्थर की घिसाई मशीनों से एडीए ने कराई। पत्थरों की घिसाई करने से निरंतर धूल उड़ती रही। आसपास धूल की परत जम गई।
एडीए उपाध्यक्ष चर्चित गौड़ ने बताया कि वह इस मामले को दिखवाएंगे। पत्थरों की घिसाई करने पर धूल न उड़े, इसका विशेष ध्यान रखा जाएगा।
स्मारक पर नहीं है टिकट रिफंड की व्यवस्था
पर्यटकों को परेशानी से बचाव को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) स्मारकों की आनलाइन टिकट बुकिंग करने पर जोर दे रहा है। ताजमहल समेत अन्य स्मारकों पर यह व्यवस्था पर्यटकों के लिए मुसीबत बन रही है। कई बार पर्यटकों के बैंक खाते या ई-वालेट से रकम स्थानांतरित होने के बावजूद टिकट बुकिंग नहीं हो पाती है। इसका रिफंड भी उन्हें नहीं मिलता। वहीं, टिकट निरस्त कराने का भी कोई प्रविधान नहीं है। एएसआइ ने ताजमहल समेत सभी स्मारकों पर आनलाइन टिकट बुकिंग की सुविधा पर्यटकों को दे रखी है। पर्यटक विभाग की वेबसाइट या स्मारकों पर लगाए गए क्यूआर कोड को स्कैन कर टिकट बुक कर सकते हैं।