Taj Mahal का दीदार ही नहीं कर पाते दिव्यांग पर्यटक, ट्वीट से उठा मुद्दा
Updated : Fri, 13 Jan 2023 12:44 PM

दुनियाभर से आने वाले सैलानियों के लिए ताजमहल का अप्रतिम सौंदर्य और उसकी पच्चीकारी आकर्षण का केंद्र रहती है। दिव्यांग पर्यटक मुख्य मकबरे पर ऊपर जाने को कोई सुविधा नहीं होने की वजह से इसका दीदार ही नहीं कर पाते हैं।
अमेरिकी पर्यटक एडम वाकर के ट्वीट के बाद स्मारक में दिव्यांग पर्यटकों के लिए मुख्य मकबरे पर ऊपर जाने को सुविधा उपलब्ध कराने की मांग उठ रही है। ताजमहल में दिव्यांग पर्यटक की सुविधा को चमेली फर्श से 22 फीट ऊंचे मुख्य मकबरे पर जाने को रैंप या अन्य सुविधा नहीं है। इससे दिव्यांग पर्यटक मुख्य मकबरे के ऊपर नहीं जा पाते हैं।
दिव्यांग पत्नी को गोद में लेकर चढ़ी सीढ़ियां
अमेरिकी पर्यटक एडम वाकर अपने साले व सलहज के साथ ताजमहल देखने आए थे। उनकी सलहज दिव्यांग हैं। उनके साले को मुख्य मकबरे की 22 सीढ़ियां अपनी पत्नी को गोद में लेकर चढ़नी व उतरनी पड़ीं। एडम ने छह दिन पूर्व ट्वीट कर ताजमहल में दिव्यांग पर्यटक के लिए कोई सुविधा नहीं होने पर सवाल उठाए थे।
उनके ट्वीट को 50 हजार से अधिक लाइक मिल चुके हैं। नेशनल चैंबर आफ इंडस्ट्रीज एंड कामर्स अध्यक्ष शलभ शर्मा ने कहा कि विदेशी पर्यटक द्वारा व्यवस्था के संबंध में इस तरह की नकारात्मक प्रक्रिया अत्यंत गंभीर है।
जहां संभव, वहां बनी हैं रैंप
चैंबर के पूर्व अध्यक्ष सीताराम अग्रवाल और होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश चौहान ने दिव्यांग पर्यटकों को मुख्य मकबरे के ऊपर जाने को सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग की है। अधीक्षण पुरातत्वविद् डा. राजकुमार पटेल ने बताया कि हम स्मारक के स्वरूप में किसी प्रकार का परिवर्तन नहीं कर सकते हैं।
ताजमहल व अन्य स्मारकों में जहां संभव हो सकता है, वहां दिव्यांग पर्यटकों के लिए रैंप बनी हुई हैं। वीडियो प्लेटफार्म व चमेली फर्श पर दिव्यांग पर्यटकों को व्हीलचेयर पर ले जाने के लिए रैंप बनी हुई है।
मुख्य मकबरे पर रैंप बनना संभव नहीं
मुख्य मकबरे पर रैंप का निर्माण संभव नहीं है। एएसआइ के विशेषज्ञों के अनुसार एक फीट ऊंचाई के लिए 10 फीट से अधिक लंबी रैंप बनानी होती है। मुख्य मकबरा चमेली फर्श से 22 फीट ऊंचा है। इसके लिए 220 फीट से लंबी रैंप बनानी होगी। इतनी लंबी अस्थायी रैंप बनाने पर व्यू खराब होगा।