बोरे में 1.37 करोड़ रुपये भरकर भागा था कर्मचारी, रिश्तेदारों में बांटी रकम
Updated : Sat, 31 Dec 2022 01:21 PM

कंपनी का 1.37 करोड़ रुपये लेकर भागे कर्मचारी विवेक के साथ उसका ममेरा भाई भी साजिश में शामिल था। विवेक ने बिजलीघर पर ममेरे भाई को बुलाया था। रकम को बोरे से बैग में भरने के बाद वहां से भागा। बताया जा रहा है कि करीब 50 लाख रुपये वह ममेरे भाई को दे गया है। बिजलीघर पर मिले सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से पुलिस को इसका सुराग मिला। जिसके बाद उसने ताजगंज के गोबर चौकी में रहने वाले ममेरे भाई के घर पर दबिश दी। पुलिस ने कुछ रिश्तेदारों को हिरासत में लिया है।
बाइक की टंकी पर रखकर ले गया रकम
सदर के सुल्तानपुरा निवासी विवेक कुमार कैश कलेक्शन कंपनी इंडिया ब्रिक्स में कर्मचारी था। वह मंगलवार को कंपनी का 1.30 करोड़ रुपये लेकर फरार हो गया। यह रकम उसे रकाबगंज की बैंक आफ बड़ौदा शाखा में जमा करानी थी। रकम बक्से में थी। जिसे आरोपित बोरे में भरने के बाद बाइक की टंकी पर रखकर ले गया। पुलिस विवेक की बाइक बुधवार की रात को फोर्ट रेलवे स्टेशन पर खड़ी मिली थी।
पुलिस ने खंगाली सीसीटीवी फुटेज
पुलिस ने आरोपित का फुटेज सोशल मीडिया में वायरल किया है। जिसके बाद पुलिस ने बिजलीघर के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। जिसमें विवेक के साथ एक युवक नजर आया। जो उसका ममेरा भाई बताया गया है। आशंका है कि ममेरा भाई भी साजिश में शामिल है। विवेक ने पहले से तय कर रखा था कि उसे कहां पर आना है। ममेरा भाई उसके लिए बैग लेकर आया था। विवेक ने बोरे से आधे से अधिक रकम बोरे से निकालकर बैग में भरी थी। अनुमान है कि करीब 50 लाख रुपये वह ममेरे भाई को देकर गया है।
ममेरे भाई के घर दी पुलिस ने दबिश
फुटेज से सुराग मिलने पर पुलिस ने गुरुवार की रात को ममेरे भाई के घर पर दबिश दी। वह नहीं मिला, लेकिन पुलिस ने कुछ लोगों काे पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। कुछ रकम भी बरामद की है। हालांकि पुलिस ने इसकी अधिकारिक पुष्टि किसी नहीं की है। पुलिस उपायुक्त नगर जोन विकास कुमार ने बताया कि आरोपित की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। कुछ रिश्तेदारों से भी पूछताछ की गई है।