चटक रहे दुनिया की खूबसूरत इमारत ताज के पत्थर, कई टूटकर भी गिरे, निर्माण को हुए हैं 370 वर्ष
Updated : Thu, 29 Dec 2022 12:32 PM

विश्व धरोहर ताजमहल के धवल संगमरमरी पत्थर चटकने लगे हैं। मीनार के चटके पत्थरों को आसानी से देखा जा सकता है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) द्वारा स्मारक की उचित देखरेख नहीं किए जाने से यह स्थिति हो रही है। कुछ जगह पर चटके पत्थर टूटकर भी गिर चुके हैं।
ताजमहल को हो चुके हैं करीब 370 वर्ष
ताजमहल का निर्माण 16वीं सदी में शहंशाह शाहजहां ने मुमताज महल की स्मृति में कराया था। ताजमहल के निर्माण को करीब 370 वर्ष पूरे हो चुके हैं। इसका असर अब ताजमहल पर साफ नजर आने लगा है। कुछ जगह से उसके पत्थर चटक गए हैं और टूटकर गिर रहे हैं। स्मारक की उत्तर-पश्चिमी मीनार (यमुना किनारा पर मस्जिद की तरफ) के कुछ संगमरमर के पत्थरों में चटक आ गई है।
मुख्य मकबरे के ऊपर से देखने पर दो पत्थर किनारों से चटके हुए साफ नजर आ रहे हैं। जबकि उनसे कुछ ऊपर लगे एक पत्थर का हिस्सा टूटा हुआ नजर आ रहा है। देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को यह पत्थर नजर आ रहे हैं, लेकिन स्मारक का संरक्षण व देखरेख करने वाले एएसआइ को यह नजर नहीं आ रहे हैं। उसने इन्हें अनदेखा कर रहा है।