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डा. भीमराव आंबेडकर विवि का अजब हाल, यहां बिना प्रयोग किए ही 300 छात्र बन जाएंगे फार्मासिस्ट!

Updated : Thu, 22 Dec 2022 04:45 PM

डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के आवासीय परिसर में संचालित फार्मेसी विभाग के छात्र बिना प्रयोगिक जानकारी के ही फार्मासिस्ट बन जाएंगे। विभाग में न तो खंदारी परिसर में ही प्रयोगशाला थी और न ही अब छलेसर परिसर में है। छलेसर परिसर में प्रयोगशाला बन रही प्रयोगशाला का निर्माण अभी रोक दिया गया है।

  • फार्मेसी विभाग में 300 से ज्यादा छात्र हैं
  • हर साल ढाई करोड़ से ज्यादा की आय विभाग से होती है।
  • नियमानुसार फार्मेसी विभाग में संचालित बीफार्मा पाठ्यक्रम के लिए 12 प्रयोगशालाएं होनी चाहिए
  • 2002 से लेकर 2021 तक विभाग के छात्रों के लिए केवल आठ प्रयोगशालाएं ही रहीं

कई बार विभाग द्वारा प्रयोगशालाओं की संख्या बढ़ाने की मांग की गई। जिसके लिए कहा गया कि अन्य विभागों की प्रयोगशालाओं को इस्तेमाल कर लिया जाए। वर्ष 2021 में विभाग को छलेसर परिसर में स्थानांतरित करने के बाद विभाग के पैसों से वहां 12 प्रयोगशालाओं का निर्माण कार्य शुरू हुआ है। जिसमें अब तक 45 लाख रुपये का बजट खर्च हो चुका है। 30 प्रतिशत काम बचा है, जो बजट की अगली किश्त जारी होते ही शुरू हो जाएगा।

सत्र पूरा होने वाला है, लेकिन छात्र प्रयोगशाला का इंतजार ही कर रहे हैं। इससे पूर्व खंदारी परिसर में राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षण अभियान(रुसा) के तहत फार्मेसी विभाग की नई कक्षाओं के लिए 30 लाख, प्रयोगशाला ब्लाक के लिए 20 लाख रुपये का बजट था। निर्माण कार्य नहीं हुए। प्रयोगशाला के बारे में विभागाध्यक्ष प्रो. ब्रजेश तिवारी का कहना है कि भौतिक सत्यापन हो चुका है। बजट पास हो चुका है लेकिन काम शुरू नहीं हुआ है।