172 साल का जश्न मना रहा कालेज, यहां सिखाई जाती थी टेलीग्राफी और संकेतन
Updated : Fri, 16 Dec 2022 12:09 PM

यू वांट टू सी बेबी किला.....बेबी किला व्येहर इज दिस किला। कैन यू टेक अस देयर। यह संवाद अक्सर आगरा कैंट रेलवे स्टेशन या फतेहाबाद रोड के होटलों के बाहर सुनने को मिलता है। आगरा किला के अलावा लाल पत्थरों की एक और इमारत शहर में काफी प्रसिद्ध है। 1850 में बनी इस इमारत में कई फिल्मों की शूटिंग भी हुई है। विदेशी पर्यटकों को बेबी किला कहकर कई रिक्शा चालकों ने कमाई की है। यह इमारत आज अपना 172वां स्थापना दिवस मना रही है। यह इमारत है एतिहासिक सेंट जोंस कालेज की।
सेंट जोंस कालेज का इतिहास
कालेज की स्थापना 1850 में हुई थी। कालेज के पहले प्राचार्य आक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के बिशप वैल्पी फ्रेंच थे। उस समय कालेज की संबद्धता कलकत्ता विश्वविद्यालय से थी। 1891 में एलएलबी की कक्षाएं शुरू हुईं, 1893 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से परास्नातक पाठ्यक्रम की मान्यता मिली। 1893 में रेलवी में नौकरी के लिए यहां टेलीग्राफी और संकेतन भी सिखाया जाता था। 1903 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से ही भौतिक विज्ञान व रसायन विज्ञान की मान्यता मिली। कालेज की वर्तमान इमारत को 1911 से 1914 के बीच वास्तुविद सर स्विटन जैकब द्वारा तैयार करवाया गया था। इस भवन का उदघाटन 1914 में भारत के तत्कालीन गर्वनर जनरल लार्ड हर्डिंग ने किया था।