डिजिटल अरेस्ट में बड़ा खुलासा: कंबोडिया और कनाडा से वीडियो कॉल कर दिखाते थे डर, शातिरों में एक फोरेंसिक साइंस छात्र भी
Updated : Tue, 04 Mar 2025 10:12 PM

डिजिटल अरेस्ट कर महिला से 2.80 लाख रुपये की ठगी करने के आरोप में गिरफ्तार राजस्थान के दो ठगों ने नेटवर्क के बारे में चौंकाने वाली जानकारी दी। एक आरोपित फोरेंसिक साइंस से पीजी कर रहा है। वियतनाम और कंबोडिया में बैठे साइबर जालसाज हैंडलर आकर्षक पैकेज के नाम पर युवाओं की भर्ती करते हैं। इसके बाद वहां बुलाकर डिजिटल अरेस्ट का काम करवाते हैं।
पुलिस गिरोह में शामिल अन्य आरोपितों की तलाश में भी जुटी हुई है। 16 जनवरी को निजहत खातून को डिजिटल अरेस्ट कर 2.80 लाख रुपये की ठगी की गई थी। मुंबई पुलिस का अधिकारी बनकर मनी लांड्रिंग व ड्रग तस्करी केस में फंसाने के नाम का डर दिखाकर पैसे ठगे गए थे।
साइबर थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया प्रतीक और अभिषेक धाकड़
जांच में जुटी साइबर थाना पुलिस ने रविवार को भीलवाड़ा के अभिषेक धाकड़ व जोधपुर के प्रतीक गौड़ को गिरफ्तार किया है। एसीपी हरीपर्वत आदित्य कुमार ने बताया कि प्रतीक फोरेंसिक साइंस से पीजी कर रहा है। दोनों ने पूछताछ में बताया है कि वे वियतनाम, कंबोडिया और कनाडा में चलने वाले नेटवर्क से जुड़े हैं। नेटवर्क चलाने वाले यहां से युवाओं को नौकरी के नाम पर बुलाते हैं। इसके बाद उन्हें लोगों को डिजिटल अरेस्ट करके धमकाने का काम दिया जाता है।
डिजिटल अरेस्ट कर वसूली गई रकम अलग-अलग खातों में ट्रांसफर की जाती है। उन दोनों के एकाउंट में ठगी की रकम आती थी, जिसे वह चेक और एटीएम से निकाल लेते थे। अपना कमीशन लेने के बाद विदेशों में बैठे अपने हैंडलर को क्रिप्टो करंसी के माध्यम से शेष धनराशि भेजते हैं। दोनों के पास से आधार-पैन कार्ड, डेबिट कार्ड, बैंक किट आदि बरामद की हैं।
एसीपी ने बताया कि निजहत खातून को जिन नंबरों से वीडियो कॉल की गई थी, उनके साक्ष्य वियतनाम व कंबोडिया के प्राप्त हुए हैं।