• Home
  • Wed, 12-Mar-2025

Breaking News


सामूहिक हत्याकांड में बरी गंभीर सिंह की आगरा सेंट्रल जेल से हुई रिहाई, बोला- 'मैं बेगुनाह हूं मेरी जान को खतरा

Updated : Wed, 12 Feb 2025 12:28 PM

आगरा सेंट्रल जेल से गंभीर सिंह की रिहाई हुई जिन्हें अछनेरा के गांव तुरकिया में एक सामूहिक हत्याकांड के मामले में बरी कर दिया गया था। साक्ष्य के अभाव में सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें निर्दोष घोषित किया। गंभीर सिंह ने खुद को बेगुनाह बताया और नए सिरे से जीवन शुरू करने की इच्छा जताई। रिहाई के बाद उन्होंने अपनी जान को खतरा बताते हुए सुरक्षा की मांग की है।

अछनेरा के गांव तुरकिया में दंपती उनके चारों बच्चों की सामूहिक हत्या में साक्ष्य के अभाव सुप्रीम कोर्ट से बरी हुए गंभीर सिंह की बुधवार सुबह सेंट्रल जेल से रिहाई हो गई। गंभीर सिंह ने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा कि उसे ईश्वर पर भरोसा था। वह नए सिरे से अपना जीवन शुरू करेगा। वह कहां जाएगा उसे खुद नहीं मालूम। गंभीर ने जेल से बाहर आने के बाद अपनी जान का खतरा बताते हुए सुरक्षा मांगी है।

 

2012 में हुई थी छह लोगों की सामूहिक हत्या

गांव तुरकिया में नौ मई 2012 को सत्य प्रकाश उनकी पत्नी पुष्पा और चार बच्चों की सामूहिक की हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने हत्याकांड सत्यप्रकाश के भाई गंभीर सिंह को जेल भेजा था। स्थानीय अदालत ने उसे मृत्यु की सजा सुनाई थी। हाईकोर्ट ने सजा को बरकरार रखा था। पुलिस द्वारा विवेचना में लापरवाही और ठोस साक्ष्य पेश नहीं कर पाने पर सर्वोच्च न्यायालय ने 27 जनवरी को उसे बरी कर दिया था।

रिहा होने पर गंभीर को जेल पर लेने कोई सगा संबंधी और रिश्तेदार नहीं आया था। गंभीर सिंह खंदौली में रहने वाले अपने जीजा काे कॉल किया, लेकिन उन्होंने आने से मना कर दिया। बाहर आने के बाद कहीं जाने के लिए उसके पास 300 रुपये थे। यह रकम उसे बैरक में रहने वाले साथी बंदियों राजवीर और विजय ने दी थी।