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किसी का भी दमन नहीं होना चाहिए', गणतंत्र दिवस पर बोले RSS चीफ

Updated : Sun, 26 Jan 2025 09:49 PM

गणतंत्र दिवस के मौके पर आरएएस प्रमुख मोहन भागवत ने एक कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने युवाओं से खास अपील की। आरएसएस प्रमुख ने कहा कि सद्भाव से रहने के लिए सामंजस्य बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि किसी का भी दमन नहीं होना चाहिए और सभी को आगे बढ़ने का अवसर मिलना चाहिए। मतभेदों का सम्मान किया जाना चाहिए और सौहा‌र्द्र से रहने की कुंजी सामंजस्य है।

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि मतभेदों का सम्मान किया जाना चाहिए और सौहा‌र्द्र एवं सद्भाव से रहने के लिए सामंजस्य बेहद महत्वपूर्ण है। किसी का भी दमन नहीं होना चाहिए और सभी को आगे बढ़ने का अवसर मिलना चाहिए।

 

दरअसल, रविवार को महाराष्ट्र के ठाणे जिले के भिवंडी शहर में एक कालेज में गणतंत्र दिवस समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस का उत्सव मनाने के साथ-साथ यह अवसर राष्ट्र के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को याद करने का भी है।

 

एकजुटता से जीना चाहिए: भागवत

अपने संबोधन में भागवत ने कहा कि विविधता के कारण भारत के बाहर संघर्ष हो रहे हैं। हम विविधता को जीवन का स्वाभाविक हिस्सा मानते हैं। आपकी अपनी विशेषताएं हो सकती हैं, लेकिन आपको एक-दूसरे के प्रति अच्छा व्यवहार करना चाहिए। यदि आप जीना चाहते हैं तो आपको एकजुटता से जीना चाहिए। यदि आपका परिवार दुखी है तो आप खुश नहीं रह सकते। इसी तरह, यदि कोई शहर संकट का सामना कर रहा है तो परिवार खुश नहीं रह सकता।

आरएसएस प्रमुख ने व्यक्ति और राष्ट्र के विकास के लिए समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को व्यक्तित्व के सम्मान और दमन से मुक्ति के साथ आगे बढ़ने का अवसर मिलना चाहिए।

 

किसी का नहीं होना चाहिए दमन

भागवत ने कहा कि हम चाहते हैं कि व्यक्ति आगे बढ़े और इसके लिए हमें स्वतंत्रता और समानता की आवश्यकता है। किसी का भी दमन नहीं होना चाहिए। सभी को अवसर मिलना चाहिए और बंधुत्व के साथ लोग आगे बढ़ेंगे और समाज में अपनी सफलता का प्रसार करेंगे।