अब 60 KM की स्पीड से दौड़ेगी मेट्रो... औसत गति को बढ़ाने की तैयारी; अब तक 15 लाख यात्रियों ने किया सफर
Updated : Wed, 22 Jan 2025 10:50 PM

छह स्टेशनों में हर दिन पांच हजार यात्री सफर करते हैं। मेट्रो का संचालन सुबह छह से रात 10 बजे तक किया जाता है। मार्च 2024 से मेट्रो का संचालन शुरू हुआ था। टीडीआई माल फतेहाबाद से बिजलीघर चौराहा तक छह किमी में मेट्रो दौड़ रही है। हर दिन छह मेट्रो ट्रेन का संचालन किया जाता है। अब तक 15 लाख यात्री सफर कर चुके हैं।
उप्र मेट्रो रेल कारपोरेशन (यूपीएमआरसी) आगरा मेट्रो की औसत गति को बढ़ाने की तैयारी में है। मेट्रो की अभी 45 किमी प्रति घंटा औसत गति है। जिसे बढ़ाकर 60 किमी किया जाएगा।
मेट्रो की अधिकतम गति 90 किमी प्रति घंटा है। शुरुआत में इसे 80 किमी पर चलाया गया। पांच माह से मेट्रो की औसत गति 45 किमी प्रति घंटा है। इसे 60 किमी प्रति घंटा करने की तैयारी चल रही है।
संयुक्त महाप्रबंधक पंचानन मिश्र ने बताया कि प्राथमिक सेक्शन में छह एलीवेटेड और तीन भूमिगत स्टेशन हैं। हर दिन पांच हजार यात्री सफर करते हैं। गति को 60 किमी प्रति घंटा किया जा सकता है।
यूपीएमआरसी की टीम अगले माह से एमजी रोड पर मेट्रो पिलर की खोदाई शुरू करेगी। खोदाई के लिए दो से तीन रिग मशीनों का प्रयोग किया जाएगा। यह कार्य पांच से सात माह तक चलेगा।
दो रिग मशीनों से नेशनल हाईवे-19 स्थित आइएसबीटी मोड़ से लेकर सिकंदरा तिराहा तक पिलर की खोदाई शुरू होगी। एक दिन में एक पिलर की खोदाई होगी। यह कार्य तीन से चार माह तक चलेगा। वहीं सुल्तानपुरा रोड पर रिग मशीन से खोदाई चल रही है। अगले माह तक दो से तीन पिलर बनकर तैयार हो जाएंगे।
उप्र मेट्रो रेल कारपोरेशन (यूपीएमआरसी) की टीम ने आगरा कॉलेज मैदान भूमिगत स्टेशन की डिजाइन में बड़ा बदलाव किया है। अंडर ग्राउंड क्रासिंग बनाने के लिए एमजी रोड की खोदाई नहीं की जाएगी। पहले कॉरिडोर को दूसरे कॉरिडोर से जोड़ने के लिए बन रही क्रासिंग अब बाक्स पुशिंग तकनीक से बनेगी। इस तकनीक में 30 फीट की गहराई पर पांच बाक्स को आगे की तरफ धक्का दिया जाएगा। प्रदेश में पहली बार इस तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है। इससे समय के साथ लोगों को होने वाली परेशानी से भी बचाया जा सकेगा।
एमजी रोड स्थित आगरा कॉलेज मैदान में भूमिगत मेट्रो स्टेशन बन रहा है। स्टेशन का ढांचा और टनल बन चुकी है। आगरा कालेज स्टेशन पर ही सिकंदरा तिराहा से टीडीआई माल फतेहाबाद तक पहला कॉरिडोर दूसरे कॉरिडोर (आगरा कैंट रेलवे स्टेशन से कालिंदी विहार तक) जुड़ेंगे। डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट में कट एंड कवर तकनीक से अंडर ग्राउंड क्रासिंग का निर्माण होना था।