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Mukhtar Ansari Case: आगरा सेंट्रल जेल में थी ऐसी धाक!, बरामद हुई थी बुलेटप्रूफ जैकेट और मोबाइल, यहीं से लड़ा 2014 का लोकसभा चुनाव

Updated : Fri, 29 Mar 2024 09:11 AM

बांदा जेल में बंद मऊ के पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी के खिलाफ आगरा में 25 वर्ष से मुकदमा चल रहा था। मुकदमे में 25 लोगों गवाह थे। इनमें 17 लोगों की गवाही हो चुकी थी। विवेचक समेत चार लोगों की गवाही बाकी थी। गुरुवार रात को मुख्तार अंसारी की मौत के बाद गवाही अधूरी रह गई। चार अप्रैल 2024 को मुकदमे में गवाही होनी थी।

वर्ष 1999 में मुख्तार अंसारी केंद्रीय कारागार की बैरक संख्या पांच में बंद था। तत्कालीन डीएम आरके तिवारी, एसएसपी सुबेश कुमार सिंह के साथ 18 मार्च 1999 पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों ने छापा मारा था। अंसारी की बैरक से बुलेटप्रूफ जैकेट, मोबाइल और सिम आदि बरामद किया था।

अंसारी के खिलाफ जगदीशपुरा थाने में तत्कालीन थानाध्यक्ष शिवशंकर शुक्ला की ओर से अभियोग दर्ज कराया गया था।।मुख्तार के खिलाफ दर्ज मुकदमे में कुल 25 गवाह थे। चार गवाहों की मृत्यु हो गई थी। अब तक 17 गवाहों के ही बयान दर्ज हो गए थे। चार गवाहों के बयान बाकी रह गए थे। उसकी मृत्यु के साथ ही यह मुकदमा अब खत्म हो जाएगा।