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Farmers Protest : फिर उबाल पर किसान संगठनों का आक्रोश, आज देशभर में मनाएंगे 'काला दिवस'

 

Updated : Fri, 23 Feb 2024 03:45 AM

किसान संगठनों की केंद्र के साथ अब तक पांच बैठकें हुई हैं। जिनमें से चार वार्ता विफल रहीं। हालांकि, पांचवें बैठक की दौर में केंद्र न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP), फसल विविधीकरण, पराली का विषय और प्राथमिकी दर्ज कराना, इन मुद्दों पर बातचीत के लिए तैयार हो गई।

किसान आंदोलन का आज ग्यारहवां दिवस है। इस क्रम में संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने शंभू बॉर्डर पर पंजाब के युवक शुभकरण की मौत तथा हरियाणा पुलिस द्वारा किसानों पर आंसू गैस के गोले व रबड़ की गोलियां चलाने के विरोध में आज देश भर में काला दिवस मनाने का एलान किया है। यह निर्णय बीते दिन चंडीगढ़ सेक्टर-35 में मौजूद किसान भवन में 32 किसान संगठनों वाले संयुक्त किसान मोर्चा की मैराथन बैठक के दौरान लिया गया।

किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि शुभकरण सिंह की मौत को लेकर पंजाब सरकार से बातचीत की गई। इस बीच हमने बैठक में कई मांगें रखीं। जिनमें हमला करने वालों के खिलाफ धारा 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज करने तथा पंजाब सरकार शुभकरण सिंह को शहीद का दर्जा दिए जाने व उनके परिवार को मुआवजे देने और पोस्टमॉर्टम के लिए बोर्ड गठित किए जाने से संबंधित कई मुद्दों पर बातचीत हुई। लेकिन अब 14 घंटे से ज्यादा हो गए हैं लेकिन पंजाब सरकार कोई जवाब नहीं दे रही है। इसलिए शुभकरण सिंह का शव अस्पताल में पड़ा है। पंजाब सरकार हमारे शहीदों की शहादत का अपमान कर रही है, यह निंदनीय है।

किसानों के खिलाफ हरियाणा पुलिस की बर्बरता और क्रूर कार्रवाई को असहनीय करार देते हुये पंजाब विधान सभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने कहा है कि केंद्र को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को कानूनी बनाने समेत किसानों की सभी मांगों को बिना किसी देरी से मंजूर करना चाहिए। संधवां ने कहा कि जब 2021 में मोदी सरकार ने सभी मांगों मान ली थीं और उनकी सभी मांगों को पूरा करने का वायदा किया था, फिर अब किसानों को दिल्ली जाकर अपनी आवाज़ बुलंद करने से क्यों रोका जा रहा है।