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ये है देश का बेहद रहस्यमयी मंदिर, राधा और कृष्ण गांव आकर सुनते हैं ग्रामीणों की परेशानी

Updated : Mon, 19 Feb 2024 05:22 PM

छतरपुर जिला मुख्यालय से 17 किलोमीटर दूर स्थित बिहारी जू मंदिर है। बिहारी जू मंदिर (Bihari Ju Mandir) में श्री कृष्ण और राधा रानी की मूर्ति स्थापित है। मान्यता के अनुसार भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी मंदिर से बाहर निकलकर गांव के लोगों की परेशानियां सुनने के लिए आते हैं। यह सिलसिला कई वर्षों से चला आ रहा है।

देश को साधना और आध्यात्म का केंद्र माना गया है। ऐसे कई मंदिर है, जिनका विशेष महत्व है और देखने में भी बेहद सुंदर है। कई मंदिर देवी-देवता की वजह से पहचाने जाते हैं। इनमें से एक मंदिर है, जो बेहद रहस्यमयी है। छतरपुर जिला मुख्यालय से 17 किलोमीटर दूर स्थित बिहारी जू मंदिर है।

बिहारी जू मंदिर में श्री कृष्ण और राधा रानी की मूर्ति स्थापित है। मान्यता के अनुसार, भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी बिहारी जू मंदिर से बाहर निकलकर गांव के लोगों की परेशानियां सुनने के लिए आते हैं। यह सिलसिला कई वर्षों से चला आ रहा है।

मंदिर के बारे में ऐसा बताया जाता है कि महाराज गंज और श्यामरी पुरवा गांव के लोग वर्ष में एक बार ढोल नगाड़े बजाकर बिहारी जू मंदिर जाते हैं और श्री कृष्ण और राधा रानी को पालकी में विराजमान कर गांव लेकर आते हैं। जिस मार्ग से भगवान की पालकी जाती है, उस रास्ते पर गांव के लोग शंख और ढोल-नगाड़े आदि बजाते हैं।

श्री कृष्ण और राधा रानी को गांव में एक बड़े चबूतरे पर रख दिया जाता है। इसके बाद भगवान लोगों की परेशानियों को सुनते हैं। सुबह होने पर उन्हें वापस मंदिर में विराजमान कर दिया जाता है।

वर्षों से चली आ रही है प्रथा

बताया जाता है कि सैकड़ों साल पहले महाराज गंज और श्यामरी पुरवा गांव के लोग अधिक परेशानी का सामना कर रहे थे। इस दौरान लोगों ने मंदिर के पुजारी के साथ मिलकर फैसला लिया कि क्यों न बिहारी जू मंदिर से श्री कृष्ण और राधा रानी को अपने गांव लाया जाए। भगवान खुद लोगों की परेशानियों को देखेंगे। गांव के लोगों ने ठीक ऐसा ही किया। उसी समय से यह प्रथा चली आ रही है।

ऐसे पहुंचे मंदिर

अगर आप बिहारी जू मंदिर जाना चाहते हैं, तो आप सड़क के मार्ग से जा सकते हैं। इसके अलावा इंदौर एयरपोर्ट और खजुराहों एयरपोर्ट भी है, जिसके द्वारा आप आसानी से मंदिर पहुंच सकते हैं।