Agra News: कतर से लौटा बेटा, परिवार में छाई खुशी की लहर; पिता बोले-मोदी हैं तो मुमकिन है
Updated : Tue, 13 Feb 2024 01:01 AM

आगरा निवासी पूर्व नौसेना अधिकारी संजीव गुप्ता चार माह बाद दिल्ली स्थित अपने घर पहुंच गए। संजीव की वतन वापसी पर परिवार में खुशी की लहर है। उनके पिता राजपाल गुप्ता केंद्र सरकार के प्रयासों की तारीफ करते हुए बोले-मोदी हैं तो मुमकिन है। उन्हें उम्मीद थी कि मोदी की गारंटी खाली नहीं जाती। बेटा लौटेगा यह सोचकर उनका एक-एक दिन कट रहा था।
आगरा निवासी पूर्व नौसेना अधिकारी संजीव गुप्ता चार माह बाद दिल्ली स्थित अपने घर पहुंच गए। संजीव की वतन वापसी पर परिवार में खुशी की लहर है। उनके पिता राजपाल गुप्ता केंद्र सरकार के प्रयासों की तारीफ करते हुए बोले-मोदी हैं तो मुमकिन है। उन्हें उम्मीद थी कि मोदी की गारंटी खाली नहीं जाती। बेटा लौटेगा यह सोचकर उनका एक-एक दिन कट रहा था।
राजपाल गुप्ता ने बताया कि रविवार को उन्हें जानकारी मिली कि बेटा रिहा होकर आ रहा है। सोमवार सुबह ही वह परिवार के सदस्यों के साथ बेटे से मिलने दिल्ली पहुंच गए। उन्होंने कहा कि मेरा बेटा सकुशल लौट आया, हम अपनी खुशी बयान नहीं कर सकते। राजपाल गुप्ता ने बताया कि बेटे से ज्यादा बातचीत नहीं हुई है।
बेटे ने इतना बताया कि रात में उनके पास कुछ लोग आए। कहा कि सामान समेट लो। करीब आधे घंटे तक उन्हें भारतीय दूतावास के एक अधिकारी के पास रोका गया। उसके बाद सीधे दिल्ली के लिए जहाज में बैठा दिया।
संजीव ने लिया था वीआरएस
कमांडर संजीव गुप्ता ने नौसेना से स्वैच्छिक सेवानिवृति (वीआरएस) के बाद दिल्ली में एक कंपनी में नौकरी ज्वाइन की थी। 2018 में वह पत्नी और दोनों बेटियों को भी कतर ले गए थे। वे ओमान की कंपनी अलदहरा ग्लोबल टेक्नोलाजीज एंड कंसल्टिंग सर्विसेज में काम करते थे। आखिरी बार मार्च 2022 में भारत आए थे। पत्नी और बेटी दिल्ली में रह गए थे। वह अकेले वापस कतर गए थे। वे जिस कंपनी में काम करते थे, उसके द्वारा कतर की नौसेना को ट्रेनिंग दी जाती थी।