दारोगाजी ने कहां खर्च किए 1.87 करोड़ रुपये, नहीं दे सके जवाब, आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज; एसओजी टीम में रहे थे तैनात
Updated : Tue, 13 Feb 2024 12:53 AM

आय से अधिक संपत्ति की खुली जांच में दारोगा दोषी। मुकदमा हुआ दर्ज। लाखों रुपये के खर्च का दारोगा से जवाब मांगा गया था। दारोगा से इस संबंध में लिखित स्पष्टीकरण मांगा गया पर वो संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। प्राथमिक जांच में दोषी पाते हुए भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है।
साल 2020 में आगरा पुलिस की एसओजी टीम में तैनात रहे चर्चित दारोगा महेश कुमार पाठक पर कमला नगर थाने में भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज हुआ है।जांच के समय वो मुख्य आरक्षी था, वर्तमान में इटावा के पछाय गांव थाने में दारोगा के पद पर हैं। सतर्कता विभाग की खुली जांच में वो आय से अधिक संपत्ति रखने का दोषी पाया गया। मुकदमा सतर्कता विभाग आगरा के इंस्पेक्टर राज किशोर यादव ने दर्ज कराया है।
दर्ज मुकदमे के अनुसार अपर पुलिस महानिदेशक लोक शिकायत ने 31 अक्टूबर 2020 को मुख्य आरक्षी महेश कुमार पाठक की आय से अधिक संपत्ति की जांच के निर्देश दिए थे। जांच विजिलेंस आगरा द्वारा की गई है।वर्तमान में पदोन्नति होने पर महेश कुमार पाठक दरोगा बन चुका है।
इंस्पेक्टर राज किशोर यादव की जांच में पाया गया कि महेश पाठक ने अपने विभिन्न आमदनी के स्रोतों से 66.91 लाख रुपये की आमदनी की। इस कमाई के बाद उनके द्वारा 2.54 करोड़ रुपये खर्च किए गए।उन्होंने अपनी आय से 1.87 करोड़ रुपये अधिक खर्च किये।
आगरा एसओजी में दाराेगा महेश कुमार पाठक ने लंबे समय तक काम किया।कई बड़ी और सनसनीखेज घटनाओं के खुलासे में उसकी महत्वपूर्ण भूमिका रही थी। तबादले के बाद भी गलत कार्य करने वाले लोगों के संपर्क में रहने का आरोप लगा था। तत्कालीन एसएसपी ने उसकी संपत्ति की जांच के लिए सतर्कता विभाग को लिखा था।