मेडिकल छात्रा की इज्जत लूटता रहा ट्रैफिक पुलिस इंस्पेक्टर; अविवाहित बताकर चलाया अफेयर, पीजी से निकालकर दिलाया फ्लैट
Updated : Tue, 30 Jan 2024 05:15 PM

एसीपी यातायात सैयद अरीब अहमद ने सोमवार को उप निरीक्षक के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की रिपोर्ट डीसीपी यातायात को दी। एसीपी ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि यातयात उप निरीक्षक पर लगे आरोपों से अनुशासित बल की छवि धूमिल हुई है। डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने बताया कि यातायात उप निरीक्षक के विरुद्ध दुष्कर्म और धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है।
चौराहे पर ड्यूटी के दौरान हुई मुलाकात में यातायात पुलिस के उप निरीक्षक(टीएसआइ) ने एटा की मेडिकल छात्रा से दोस्ती की। इसके बाद उसे किराए पर फ्लैट दिला दिया। शादीशुदा होने की बात छुपाकर शादी का झांसा देता रहा। हकीकत सामने आने के बाद छात्रा ने टीएसआइ के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया है। आरोपित टीएसआइ 21 दिन से गैरहाजिर चल रहा है।
जिले के कालेज की बैचलर आफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी (बीएएमएस) की छात्रा मूलरूप से एटा की रहने वाली है। छात्रा ने बताया कि वह रामबाग के पास एक गेस्ट हाउस रहती थी। आरोप है कि सात महीने पहले रामबाग चौराहे पर ड्यूटी कर रहे टीएसआइ सुरेंद्र सिंह के संपर्क में आई।
टीएसआइ ने उससे मित्रता कर ली और मिलने लगा। इसके बाद जिद करके उसे सिकंदरा क्षेत्र में एक फ्लैट किराए पर दिला दिया। वहां बेरोक-टोक आने लगा। शादी का झांसा देकर कई बार शारीरिक शोषण किया। एक महीने पहले छात्रा को पता चला कि आरोपित दो बच्चों का पिता है तो उसके होश उड़ गए। जब उसने विरोध किया तो टीएसआइ धमकी देने लगा।
डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने बताया कि यातायात उप निरीक्षक के विरुद्ध दुष्कर्म और धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। पीड़ित छात्रा के न्यायालय में बयान दर्ज कराए जाएंगे। टीएसआइ तीन जनवरी को चार दिन के अवकाश पर गया था, उसके बाद वापस नहीं लौटा। उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी है।