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आगरा-सिकंदरा हाईवे पर मिला व्यापारी के बेटे का शव, तीन दिन से था लापता; 30 जनवरी को होनी थी शादी

Updated : Thu, 04 Jan 2024 04:31 PM

उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के कोतवाली क्षेत्र से तीन दिन पहले लापता हुए कारोबारी का पुत्र सिकंदरा हाईवे पर मिला। बुधवार सुबह अज्ञात वाहन की चपेट में आकर मृत युवक की पहचान स्वजन ने बुधवार आधी रात सिकंदरा थाने पहुंचकर आकाश अग्रवाल के रूप में की। आकाश 31 दिसंबर की दोपहर दुकान से बाजार जाने की बोलकर निकले थे। इसके बाद से वह लापता थे।

उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के कोतवाली क्षेत्र से तीन दिन पहले लापता हुए कारोबारी का पुत्र सिकंदरा हाईवे पर मिला। बुधवार सुबह अज्ञात वाहन की चपेट में आकर मृत युवक की पहचान स्वजन ने बुधवार आधी रात सिकंदरा थाने पहुंचकर आकाश अग्रवाल के रूप में की।

आकाश 31 दिसंबर की दोपहर दुकान से बाजार जाने की बोलकर निकले थे। इसके बाद से वह लापता थे। कोतवाली के सेठ गली निवासी संजीव अग्रवाल कांच व्यापारी हैं। पुत्र 28 वर्षीय आकाश भी उनके साथ दुकान पर बैठते हैं। वह 31 दिसंबर की दोपहर दुकान से बाजार की कहकर निकले थे। कई घंटे तक नहीं लौटे तो मोबाइल पर संपर्क किया।

आकाश ने कुछ देर में लौटने को कहा। इसके कुछ देर बाद मोबाइल बंद हो गया। सुराग नहीं लगने पर उनकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी। स्वजन तलाश में जुटे थे।

अज्ञात वाहन ने रौंदा

सिकंदरा के अरतौनी में बुधवार सुबह पुलिस को अज्ञात वाहन द्वारा अज्ञात युवक को रौंदने की जानकारी मिली थी। पुलिस ने युवक की शिनाख्त कराने को अपने ग्रुप पर वाटसएप पर फोटो शेयर की थी।

कोतवाली पुलिस ने उक्त फोटो आकाश के स्वजन को दिखाई। स्वजन बुधवार आधी रात सिकंदरा थाने पहुंचे। पुलिस द्वारा मोबाइल में फोटो दिखाने के बाद पोस्टमार्टम गृह पहुंचकर शव की पहचान आकाश अग्रवाल के रूप में की।

सीसीटीवी में खंदारी पर आठ घंटे दिखाई दिए

तलाश में जुटे स्वजन आकाश का सुराग पाने के लिए सीसीटीवी की फुटेज चेक कर रहे थे। वह सीसीटीवी की मदद से खंदारी चौराहे तक पहुंचे। खंदारी में आकाश अग्रवाल की आठ घंटे तक चौराहे के आसपास की फुटेज है। वह एक मिठाई की दुकान के पास कई घंटे बैठे रहे हैं। इसके अलावा चौराहे के पास ही एक खंभे के पास कई घंटे खड़े दिखाई दिए। माना जा रहा है कि वह किसी बात को लेकर परेशान थे।

गुरुद्वारे में खाया था खाना

पुलिस और स्वजन की प्रारंभिक छानबीन में सामने आया है कि आकाश 31 दिसंबर दुकान से निकलने के बाद शहर में ही घूमते रहे हैं। उन्होंने एक जनवरी को गुरु का ताल गुरुद्वारे में खाना खाया था। उनके पास एक्टिवा था, वह नहीं मिला है।

खंदारी से अरतौनी हाईवे तक कैसे पहुंचे

आकाश के स्वजन को एक सवाल परेशान कर रहा है कि वह खंदारी से अरतौनी तक कैसे पहुंचे। उनका एक्टिवा भी गायब है। कहीं यह सब किसी साजिश का हिस्सा तो नहीं है। हालांकि पुलिस को आसपास के लोगों से आकाश के अज्ञात वाहन की चपेट में आने की सूचना दी थी।

30 जनवरी को जानी थी बरात

आकाश की स्वजन ने शादी तय कर दी थी। उनकी इसी 30 जनवरी को बरात थी। शादी की तैयारी में जुटे स्वजन को उनकी मृत्यु का पता चला तो परिवार में कोहराम मच गया।