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आगरा का आरटीओ ऑफिस ने फार्च्यूनर कार कर दी ट्रांसफर, मालिक को नहीं लगा पता, पुलिस पहुंची तो उड़े होश

Updated : Wed, 13 Dec 2023 01:18 PM

संभागीय परिवहन विभाग (आरटीओ) के अधिकारी और कर्मचारी एक फार्च्यूनर कार ट्रांसफर करने पर सवालों कठघरे में आ गए हैं। कमला नगर के रहने वाले कारोबारी की पत्नी को भनक तक नहीं लगी, उनकी कार किसी और के नाम ट्रांसफर कर दी गई।

वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) जानने के लिए कारोबारी की पत्नी का पंजीकृत नंबर बदलवा दिया। पुलिस द्वारा नोटिस लेकर घर पहुंचने पर पता चला कि उनकी कार किसी और को ट्रांसफर कर दी है तो होश उड़ गए।

कमला नगर के यमुना विहार स्थित गोकुल धाम सोसाइटी में रहने वाले माेहित अग्रवाल का सूखे मेवों का कारोबार है।कारोबारी की पत्नी काजल अग्रवाल मंगलवार को डीसीपी सिटी कार्यालय पहुंची। उन्होंने बताया, वर्ष 2019 में फार्च्यूनर कार खरीदी थी। गाड़ी का किसी से सौदा नहीं किया, ना ही किसी प्रपत्र पर हस्ताक्षर किए। आरटीओ कार्यालय भी नहीं गईं थीं।

दो सप्ताह पहले कमला नगर थाने से एक पुलिसकर्मी नोटिस लेकर आया। कहा कि वह किसी ऋृषभ गुप्ता की फार्च्यूनर कार नहीं लौटा रही हैं। यह सुन उनके होश उड़ गए, वह आरटीओ कार्यालय पहुंची। पता चला कि उनकी कार खंदारी के रहने वाले किसी ऋृषभ गुप्ता के नाम ट्रांसफर कर दी गई थी।

जबकि गाड़ी ट्र्रांसफर होने से पहले पंजीकृत मोबाइल नंबर पर ओटीपी आता है। उनके मोबाइल पर कोई ओटीपी नहीं आया था। वह खुद भी आरटीओ कार्यालय नहीं गई थीं। किसी प्रपत्र पर हस्ताक्षर नहीं किए थे।

काजल अग्रवाल ने आरटीओ कार्यालय के अधिकारी, कर्मचारियों पर साजिश रचने का आरोप लगाया। कर्मचारियों ने उनका मोबाइल नंबर बदलवा दिया। नए नंबर पर ओटीपी आने से उन्हें पता नहीं चला। काजल अग्रवाल और उनके पति मोहित अग्रवाल ने आरटीओ के अधिकारियों से मिलकर उनसे कार ट्रांसफर कराने की फाइल दिखाने को कहा। वहां किसी ने फाइल नहीं दिखाई।

डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने बताया प्रार्थना में आरटीओ के कर्मचारियों को आरोपित बनाया गया है। पूरे प्रकरण की जांच कराई जाएगी। आरोप सही साबित होने पर मुकदमा दर्ज कार्रवाई की जाएगी।