एतिहासिक कैलाश मेले का शुभारंभ, आगरा में स्थानीय अवकाश के पीछे है अंग्रेज वायसराय की कहानी
Updated : Mon, 21 Aug 2023 04:38 PM

प्रतीक्षा खत्म हुई। एक महीने के बाद सावन के तीसरे सोमवार पर सिकंदरा स्थित प्राचीन कैलाश महादेव मंदिर पर पारंपरिक मेला लगा। इसमें हजारों श्रद्धालुओं पहले पहर के साथ ही मंदिर पहुंचकर बाबा का अभिषेक कर दर्शनलाभ लिया। चारों दिशाएं बम-बम भोले के जयकारों से गूंज उठीं। मेले मेंमंदिर के चारों और दुकानें, झूले और भंडारे सजे हैं। रविवार को केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने मेले का औपचारिक उद्घाटन किया।
मंदिर परिसर में इस ऐतिहासिक मेले के उद्घाटन में केंद्रीय राज्यमंत्री ने कैलाश महादेव की महिमा का उल्लेख किया कि बाबा में सब का भला करने की सामर्थता है। आरएसएस के विभाग प्रचारक आनंद ने भगवान शंकर के महत्व पर प्रकाश डाला। एफमेक अध्यक्ष पूरन डावर ने बताया कि पूरे विश्व में एक जलहरी में दो शिवलिंग सिर्फ कैलाश मंदिर में ही स्थापित हैं। हमारे जमाने में कैलाश मेले का निबंध हमारे पाठ्यक्रम में शामिल था और हम बड़ी रूचि से मेले का वर्णन लिखते थे। संचालन कैलाश मंदिर के महंत निर्मल गिरी ने किया। महंत परिवार के सुभाष गिरी, सतीश गोस्वामी, चंद्रकांत गिरी ने आभार जताया।
कैलाश मंदिर के महंत निर्मल गिरी ने बताया कि मंदिर में सुबह 2:00 बजे से रुद्राभिषेक हुआा। सुबह 3:00 बजे मंदिर के पट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। सबसे पहले शिवलिंग पर कांवड़ अर्पित की गयीं। इसके बाद श्रद्धालुओं ने बाबा का जलाभिषेक कर दर्शन लाभ लिया। मंदिर में अभिषेक और पूजन का क्रम दिन भर चल रहा है। शाम को बाबा का भव्य श्रृंगार कर भव्य आरती की जाएगी। भीड़ को देखते हुए घाट पर पंप सेट की सहायता से फव्वारे लगाए गए हैं, जिनमें श्रद्धालु स्नान करेंगे।