• Home
  • Wed, 12-Mar-2025

Breaking News


मंदिर में असली सात फेरे, प्रमाण पत्र फर्जी, आगरा के आर्य समाज मंदिर की शादियों के पंजीकरण सवालों के घेरे में

Updated : Mon, 19 Jun 2023 05:32 PM

आर्य समाज मंदिर मघटई में होने वाली शादियों के प्रमाण पत्र और पंजीकरण सवालों के घेरे में है।मंदिर में असली फेरों का फर्जी प्रमाण पत्र जारी करने का आरोप लगाते हुए एक युवती के स्वजन ने आर्य प्रतिनिधि सभा लखनऊ से शिकायत की है। उसने स्वजन की शिकायत पर अपने स्तर पर छानबीन की। पाया कि उक्त प्रमाण पत्र प्रतिनिधि सभा से पंजीकृत नहीं है। पुलिस आयुक्त आगरा को इसकी जांच के लिए पत्र लिखा। आयुक्त कार्यालय ने जगदीशपुरा थाने को जांच के निर्देश दिए हैं।

शाहगंज की रहने वाली सवर्ण समाज की युवती 24 अप्रैल की सुबह घर से कालेज जाने काे कहकर निकली थी। दोपहर में स्वजन के मोबाइल पर आर्य समाज मंदिर मघटई में अपनी शादी का प्रमाण पत्र वाट्सएप किया तो उनके होश उड़ गए। स्वजन का आरोप है कि उन्होंने अपने स्तर से छानबीन की तो खेल पकड़ में आया। युवती और उसके प्रेमी ने 24 अप्रैल को ग्रेटर नोएडा गौतमबुद्ध नगर आर्य समाज मंदिर में शादी के लिए शपथ पत्र प्रस्तुत किया था। दोनों ने इसी तिथि में मघटई स्थित आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली। जबकि पंजीकरण कराने या शपथ पत्र प्रस्तुत करने के 30 दिन बाद भी शादी कराने का नियम है। स्वजन ने इसकी शिकायत आर्य समाज प्रतिनिधि सभा से की थी।

आर्य समाज प्रतिनिधि सभा लखनऊ के प्रधान पद को लेकर कई लोगों ने दावा किया है। डा. आर. आर चतुर्वेदी कहते हैं वास्तविक प्रधान मैं हूं। एक वर्ष पूर्व चुनाव हुआ तो तीन लोगों ने चुनाव दाखिल कर दिया।जिस पर उप निबंधक लखनऊ ने एसडीएम को प्रकरण संर्दभित कर दिया कि वह तय करें, वैध चुनाव कौन सा है। स्वयं प्रधान होने का दावा करने वालों ने उच्च न्यायालय इलाहाबाद में याचिका प्रस्तुत की है। जिस पर 10 जुलाई को सुनवाई होनी है। दूसरे पक्ष की ओर से यदि कोई प्रस्तुत नहीं होता है तो न्यायालय एसडीएम को संदर्भित प्रकरण पर लगी रोक हटा देगा। जिससे वह यह तय कर सकें कि वैध चुनाव कौन सा है।