अपेक्षा से कम गर्मी की वजह से कोयले की उपलब्धता बढ़ी, वर्ष 2023-24 में सौ करोड़ टन से अधिक उत्पादन का लक्ष्य
Updated : Wed, 03 May 2023 04:43 PM

अप्रैल और मई माह में देश भर में भयंकर गर्मी पड़ने की जो संभावना मौसम विभाग ने जताई थी देश के अधिकांश हिस्से में सही साबित नहीं हुई है। इसका एक सकारात्मक असर कोयला आधारित बिजली संयंत्रों पर पड़ा है। बिजली की मांग में मार्च और अप्रैल में लगातार गिरावट का रुख है। ऐसे में ताप बिजली संयंत्रों के पास कोयले की उपलब्धता भी बढ़ी है।
दो मई को 14 दिन का था स्टॉक
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 02 मई, 2023 को ताप बिजली घरों के पास 14 दिनों का कोयला उपलब्ध था। स्थिति यह है कि जहां बिजली नियामक आयोग ने अप्रैल-मई माह में 2.19 लाख मेगावाट बिजली की मांग जाने की संभावना जताई थी। वहीं, अभी सिर्फ 1.60 लाख से 1.75 लाख मेगावाट बिजली की पैदावार से ही पर्याप्त आपूर्ति हो रही है।
सौ करोड़ टन से अधिक का लक्ष्य
इस बीच केंद्रीय कोयला मंत्रालय ने 03 मई, 2023 को वर्ष 2023-24 के लिए 101.2 करोड़ टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य रखा है। पहली बार देश में एक वर्ष में सौ करोड़ टन से ज्यादा कोयला उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। मंत्रालय ने यह भी बताया है कि इस वर्ष 25 खदान कमर्शियल खनन के लिए आवंटित किये जाएंगे। अमूमन ये सभी कोयला ब्लॉक निजी क्षेत्र को दिया जाएगा और कंपनियों को उत्पादित कोयलो को अपनी मर्जी से बेचने की इजाजत होगी।