PM मोदी ने भूटान नरेश के सामने उठाया डोकलाम का मुद्दा, द्विपक्षीय संबंधों से जुड़े मुद्दों पर विस्तार से बात
Updated : Tue, 04 Apr 2023 04:26 PM

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक के समक्ष भारत-भूटान-चीन की सीमा पर स्थित डोकलाम का मुद्दा उठाया। मोदी और वांगचुक के बीच हुई वार्ता में द्विपक्षीय संबंधों से जुड़े हर मुद्दे पर विस्तार से बात हुई जिसमें आपसी सुरक्षा हितों से जुड़े तमाम मुद्दे भी शामिल थे।
बैठक में भारत सरकार की तरफ से भूटान की आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने के लिए हर तरह की मदद देने पर भी सहमति बनी है। इसमें भूटान को अधिक वित्तीय सुविधा उपलब्ध कराने से लेकर भूटान में पैदा होने वाले कृषि उत्पादों को दूसरे देशों में ज्यादा निर्यात करने की सहूलियत देना भी शामिल होगा। दोनों देश रक्षा संबंधों को भी और मजबूत करेंगे।
लगातार एक दूसरे से संपर्क में भारत और भूटान
भूटान के राजा वांगचुक दो दिवसीय भारत यात्रा पर आये हैं। सोमवार को उनकी विदेश मंत्री एस जयशंकर से बात हुई थी तो मंगलवार को उन्होंने पीएम मोदी से आधिकारिक बैठक की। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से भी उन्होंने मुलाकात की। पीएम मोदी के साथ हुई उनकी बैठक की जानकारी देने के लिए मीडिया के समक्ष आए विदेश सचिव विनय क्वात्रा से जब यह पूछा गया कि क्या डोकलाम का मुद्दा उठा था।
क्वात्रा सवाल का सीधा जबाव देने से बचते हुए उन्होंने कहा कि सुरक्षा से जुड़े हर मुद्दे पर भारत और भूटान लगातार एक दूसरे से संपर्क में है और इनके बीच हर मुद्दे पर बात हुई है। जहां तक हाल ही में दिए गए कुछ बयान से संबंध का मामला है तीनपक्षीय सीमा (डोकलाम) की स्थिति के बारे में भारत का रुख पहले से स्पष्ट है और इसे बताया गया है।
भारत सरकार की हर मुद्दे पर नजर
डोकलाम के बारे में आगे विदेश सचिव ने कहा कि भारत सरकार इससे जुड़े हर मुद्दे पर नजर रखती है और सुरक्षा के लिहाज से जो भी जरूरी है वह कदम उठाती है। दरअसल, भूटान के प्रधानमंत्री ने हाल ही में एक साक्षात्कार में कहा था कि डोकलाम मुद्दा सिर्फ भारत व भूटान का मामला नहीं है बल्कि चीन भी इसका हिस्सा है। वर्ष 2017 में डोकलाम में ही भारत और चीन के सैनिक एक दूसरे के सामने तकरीबन दो महीने तक आमने-सामने के टकराव की स्थिति में रहे थे।