रूस की कूटनीति में भारत बना रहेगा अहम देश, राष्ट्रपति पुतिन ने जारी किया रूस की नई विदेश नीति का प्लान
Updated : Fri, 31 Mar 2023 05:00 PM

रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन की सरकार ने एक बार फिर यह बात दोहराया है कि उनके लिए भारत के साथ रिश्तों की अहमियत आने वाले दिनों में और बढ़ेगी व उनकी कोशिश होगी कि कारोबार, निवेश, तकनीक से जुड़े द्विपक्षीय सहयोग को और प्रगाढ़ किया जाए। राष्ट्रपति पुतिन ने अपनी सरकार की नई विदेश नीति के मसौदे को गुरुवार को मंजूरी दी जिसमें रूस की भावी कूटनीति का चिंतन दर्शाया गया है।
चीन के साथ रिश्ते मजबूत कर रहा रूस
रूस ने स्पष्ट तौर पर संकेत दिया है कि उसके लिए चीन और भारत दो सबसे अहम साझेदार होंगे। भारत की तरफ से इस पर आधिकारिक तौर पर कोई प्रतिक्रिया तो नहीं आई है लेकिन जिस तरह से रूस ने इसमें चीन के साथ भी अपने सुरक्षा संबंधी रिश्तों को भी मजबूत करने की बात कही है वह भारत के लिए कुछ चिंता का कारण भी हो सकता है।
मसौदे में कहा गया है कि रूस भारत के साथ अपने विशेष रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने की कोशिश जारी रखेगा। द्विपक्षीय कारोबार को बढ़ाने, निवेश को बढ़ाने व तकनीक क्षेत्र में सहयोग को बढ़ाने पर खास तौर पर ध्यान दिया जाएगा।
पुतीन ने तीन संगठनों को और मजबूत करने की कही बात
रूस भारत के साथ मिल कर यह भी कोशिश करेगा कि गैर मित्रवत देशों और उनके गठबंधनों की विध्वंसक कार्रवाइयों को विरोध भी जारी रहे। इस मसौदे में राष्ट्रपति पुतिन ने भारत की सदस्यता वाले तीन संगठनों ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन व दक्षिण अफ्रीका), शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) और आरआइसी (रूस-भारत-चीन) को और मजबूत बनाने की बात कही है।