विसरा की जांच रिपोर्ट बदलने को मांगे रुपये, आगरा और वाराणसी फोरेंसिक लैब के दो वैज्ञानिक स्टिंग में फंसे
Updated : Wed, 01 Mar 2023 05:30 PM

फोरेंसिक साक्ष्य महत्वपूर्ण और अकाट्य माने जाते हैं। वैज्ञानिक जांच के नतीजे अपराधियों को सजा दिलाने के लिए अहम कड़ी होते हैं। उत्तर प्रदेश की दो फोरेंसिक लैब में होने वाली जांच पर सवाल खड़ा हो गए हैं। आगरा और वाराणसी फोरेंसिक लैब के वैज्ञानिक एक चैनल के स्टिंग आपरेशन में फंस गए हैं। आरोप है कि सीरोलाजी सेक्शन में तैनात वैज्ञानिक ढाई लाख रुपये में दहेज मृत्यु के मामले में विसरा जांच की रिपोर्ट बदलने को राजी हो गए। स्टिंग सामने आने के बाद शासन ने पूरे मामले की जांच शुरु कर दी है।मंगलवार को लखनऊ से एसपी तकनीकी सेवाएं फोरेंसिक लैब पहुंचे। स्टिंग में फंसे वैज्ञानिक संजीव दुबे से पूछताछ की।
एक चैनल ने किया स्टिंग
आगरा फोरेंसिक लैब में एक चैनल की टीम ने स्टिंग आपरेशन किया। यहां पर जीव विज्ञान विभाग (सीरोलाजी) के वैज्ञानिक संजीव दुबे से मुलाकात की। उनसे जहर से हुई दहेज हत्या के मामले में एक विसरा रिपोर्ट को बदलने के बारे में बातचीत की। आरोप है कि वैज्ञानिक संजीव दुबे ने 2.30 लाख रुपये देने पर जांच रिपोर्ट से घातक पदार्थ हटाने को राजी हो गए।
जांच बदलवाने की कही बात
स्टिंग करने वाले ने कहा कि विसरा पहले से आपके पास है। जिस पर वैज्ञानिक संजीव दुबे ने कहा कि यदि आप इसे निगेटिव कराना चाहते हैं तो 2.50 लाख रुपये में काम हो जाएगा। इसमें 10 से 20 हजार रुपये वह ऊपर नीचे कर सकते हैं। अंत में 2.30 लाख रुपये में पक्ष में रिपोर्ट देने को तैयार हो गए।