Varanasi: प्रदेश के सबसे बड़े सोलर पावर प्लांट से काशी में होगा जल शोधन, इसी वर्ष 2 MW तैयार होने लगेगी बिजली
Updated : Wed, 08 Feb 2023 04:45 PM

जल शोधन के लिए प्रदेश का सबसे बड़ा सोलर पावर प्लांट काशी में बनकर तैयार हो गया है, जिसकी क्षमता दो मेगावाट है। इससे 250 एमएलडी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का संचालन हो सकेगा। भेलूपुर में यह प्लांट इसी वित्तीय वर्ष में शुरू जाएगा। इसके लिए इंजीनियर तेजी से कार्य कर रहे हैं। वैसे तो इससे पहले लखनऊ के कठौता व गटवारा में सीवेज व वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का संचालन सौर ऊर्जा से हो रहा है, लेकिन वहां के सोलर पावर प्लांट की क्षमता काशी से कम है।
जलकल विभाग, भेलुपुर के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के संचालन के लिए फिलहाल करीब 2.8 मेगावाट बिजली का खपत हो रही है। इस पर विभाग प्रति माह 90 लाख रुपये से अधिक खर्च कर रहा है। सोलर पावर प्लांट के शुरू हो जाने से जहां विभाग का लाखों रुपये बचेगा, वहीं देश हित में ऊर्जा की भी बचत होगी।
अमृत योजना के तहत 17.24 करोड़ की लागत से यहां पर दो मेगावाट की क्षमता के सोलर प्लांट की स्थापना के लिए 21 मई 2021 को कार्य शुरू हुआ, जिसे 31 अक्टूबर 2022 तक पूरा करना था। हालांकि संबंधित कंपनी समय पर यह कार्य पूरा नहीं कर पाई। अब दावा किया जा रहा है कि एक-दो माह में यह कार्य पूर्ण हो जाएगा।
दो तरह के लगे हैं पैनल
सोलर पावर प्लांट में दो तरह के पैनल लगाए गए हैं। अधिकतर हिस्से में फिक्स रहने वाले सोलर पैनल लगाए गए हैं। वहीं करीब 20 प्रतिशत हिस्से में ट्रैकिंग पैनल लगाया रहा है। यह पैनल धूप की दिशा में घूमते रहेंगे।
जलकल विभाग वाराणसी के महाप्रबंधक राघवेंद्र कुमार ने कहा कि वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के संचालन के लिए प्रदेश का सबसे बड़ा सोलर पावर प्लांट भेलूपुर में बनकर तैयार हो गया है, जिसकी क्षमता दो मेगावाट है। यह अगले माह तक हरहाल में शुरू हो जाएगा। इससे अलग शहर के कोनिया में 0.8 मेगावाट की क्षमता वाला प्लांट बना है। वहीं लखनऊ के कठौता में 1.8 व गटवारा में 1.4 मेगावाट की क्षमता वाले प्लांट संचालित हो रहे हैं।