डीजल बेचने में हो रहा नौ रुपये प्रति लीटर का घाटा, पेट्रोलियम मंत्रालय ने मांगी 50 हजार करोड़ की सब्सिडी
Updated : Wed, 04 Jan 2023 12:20 AM

तेल कंपनियां फिलहाल आम जनता को पेट्रोल-डीजल की कीमतों में राहत देने के मूड में नजर नहीं आ रही हैं। इन कंपनियों का दावा है कि क्रूड की कीमतों में हाल के महीनों में भारी गिरावट होने के बावजूद उन्हें अभी घरेलू बाजार में डीजल बेचने पर नौ रुपये प्रति लीटर का घाटा उठाना पड़ रहा है। इतना ही नहीं चालू वित्त वर्ष के दौरान इन कंपनियों की तरफ से पेट्रोलियम मंत्रालय ने वित्त मंत्रालय से 50 हजार करोड़ रुपये की अतिरिक्त सब्सिडी की मांग की है।
इस पर वित्त मंत्रालय क्या फैसला करता है, यह तो बजट में ही पता चलेगा, लेकिन दोनों मंत्रालयों के बीच चल रहे संवाद को देखते हुए सस्ते क्रूड का फायदा आम जनता को देने की संभावना कम नजर आ रही है।पेट्रोलियम मंत्रालय का डाटा बताता है कि दिसंबर, 2022 में भारतीय तेल कंपनियों ने 78.1 डालर प्रति बैरल की दर से कच्चे तेल की खरीद की है। जबकि नवंबर, 2022 में 87.55 डालर प्रति बैरल, अक्टूबर में 91.7 डालर, सितंबर में 90.71 प्रति डालर, अगस्त में 97.4 डालर, जुलाई में 105.49 डालर, जून में 116.01 डालर, मई में 109.51 डालर और अप्रैल, 2022 में 102.97 डालर प्रति बैरल रही थी।