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लव मैरिज में आ रही हैं बाधा, इन आसान उपायों से जल्द मिलेगा समाधान

Updated : Fri, 30 Dec 2022 12:00 AM

प्रेम विवाह को लेकर ज्योतिष शास्त्र में कई प्रकार के समाधान बताए गए हैं। कुंडली में सातवें स्थान को विवाह का स्थान माना जाता है। जब आपकी कुंडली के सातवें भाव का तीसरे, पांचवे, नौवें, ग्यारहवें और बाहरवें भाव के स्वामी ग्रह से संबंध अच्छे होते हैं तो लव मैरिज का योग बनता है। वहीं, अगर ग्रह कमजोर या नीच स्थिति में होते हैं तो लव मैरिज का योग नहीं बनता। ऐसी स्थिति में हम आपको कुछ ज्योतिष उपाय बताएंगे जो आपकी कुंडली में प्रेम विवाह का योग बना सकते हैं। आइये उन उपायों के बारे में जानते हैं जिनसे लव मैरिज का योग बनता है।

Love Marriage Upay: प्रेम विवाह को लेकर ज्योतिष शास्त्र में कई प्रकार के समाधान बताए गए हैं। कुंडली में सातवें स्थान को विवाह का स्थान माना जाता है। जब आपकी कुंडली के सातवें भाव का तीसरे, पांचवे, नौवें, ग्यारहवें और बाहरवें भाव के स्वामी ग्रह से संबंध अच्छे होते हैं तो लव मैरिज का योग बनता है। वहीं, अगर ग्रह कमजोर या नीच स्थिति में होते हैं तो लव मैरिज का योग नहीं बनता। ऐसी स्थिति में हम आपको कुछ ज्योतिष उपाय बताएंगे जो आपकी कुंडली में प्रेम विवाह का योग बना सकते हैं। आइये उन उपायों के बारे में जानते हैं जिनसे लव मैरिज का योग बनता है।

लव मैरिज के उपाय

1. यदि आपकी कुंडली में शुक्र ग्रह मजबूत स्थिति में है तो आपको हीरा या ओपल रत्न धारण करना चाहिए। शुक्र के प्रभाव से आपकी लव मैरिज का योग बन सकता है।

2. कुंडली में यदि शुक्र ग्रह नीच स्थिति में है तो उसे प्रबल करने के लिए शुक्रवार का व्रत कीजिए। शुक्र ग्रह के बीज मंत्र ॐ शुं शुक्राय नम: या ‘ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम: का जाप करें। ऐसा करने से भी लव मैरिज के योग बनते हैं।

3.यदि आपकी कुंडली में चंद्रमा प्रबल नहीं है तो आपको प्रत्येक सोमवार और पूर्णिमा को रात्रि में चंद्र देव की पूजा करना चाहिए। इस दौरान

उनके बीज मंत्र ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चन्द्रमसे नम: का जाप करें। प्रेम विवाह के लिए चंद्रमा का प्रबल होना भी जरूरी है।

4. यदि आप चांदी के छल्ले में मोती धारण करते हैं तो यह आपको प्रेम विवाह में मदद दिलाएगा। मोती चंद्रमा का शुभ रत्न है।

5. यदि आप प्रेम विवाह करना चाहते हैं तो आपको सोमवार का व्रत रखना चाहिए। सोमवार भगवान शिव की आराधना के लिए विशेष माना गया है। शिव जी की पूजा करने से चंद्रमा भी प्रबल होता है जो प्रेम विवाह में सहायक है।