बेहद खास संयोगों में पड़ रहा है साल का आखिरी प्रदोष व्रत
Updated : Mon, 12 Dec 2022 05:14 PM

हर महीने दो प्रदोष व्रत पड़ते हैं और इस महीना यानी दिसंबर का एक प्रदोष व्रत निकल चुका है। अब महीने और साल 2022 का आखिरी प्रदोष व्रत 21 दिसंबर को पड़ने वाला है, जो बेहद खास माना जा रहा है। पंडित जी के अनुसार इस दिन बहुत ही शुभ योग बन रहे हैं जिससे भ गवान शिव की सच्चे मन से पूजा करने पर जल्द मनचाहे फल की प्राप्ति हो सकती है। पंडित जी ने बताया कि पंचांग के अनुसार इस महीने की मासिक शिवरात्रि और प्रदोष व्रत एक ही दिन पड़ रहे हैं। दोनों ही शुभ योग यानी सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृतसिद्धि योग में आ रहे हैं और दोनों ही एक ही समय पर लगेंगे। तो आइए आपको इसकी पूजन विधि और शुभ मुहूर्त बताएं।
किसी भी प्रदोष व्रत में भगवान शिव की पूजा सूर्यास्त से 45 मिनट पूर्व शुरू होकर सूर्यास्त के 45 मिनट बाद तक की जाती है। जिसे प्रदोष काल कहते हैं। वहीं 21 दिसंबर को सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग सुबह 08 बजकर 33 मिनट से लगेगा जो कि अगले दिन यानी 22 दिसंबर को सुबह 06 बजकर 33 मिनट तक रहने वाले हैं।