मुलायम से भी आगे निकला डिंपल की जीत का आंकड़ा, सभी विधानसभा क्षेत्रों में एकतरफा पड़े वोट
Updated : Thu, 08 Dec 2022 01:27 PM

मैनपुरी लोकसभा सीट पर गुरुवार को संपन्न हुए उपचुनाव में सपा उम्मीदवार डिंपल यादव ने 2.88 लाख मतों से ज्यादा के अंतर से प्रचंड जीत हासिल की है। मैनपुरी सीट पर मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद हुए उपचुनाव में उनकी पुत्रवधू डिंपल यादव ने परिवार की राजनीतिक विरासत को बरकरार रखा ही, साथ ही जीत का नया कीर्तिमान भी गढ़ दिया। यह भी प्रमाणित कर दिया कि मुलायम का यह गढ़ ढहाना भाजपा के लिए अभी बहुत दूर की कौड़ी है। क्योंकि मुलायम सिंह का अखाड़ा कहे जाने वाले इस क्षेत्र के चुनाव में डिंपल की जीत उनसे भी आगे निकल गई।
मुलायम सिंह खुद भी कभी इस सीट में शामिल पांचों विधानसभा क्षेत्राें में जीत हासिल नहीं कर पाते थे, परंतु डिंपल यादव यह चमत्कार कर गढ़ की ‘महारानी’ बन गईं। मैनपुरी लोकसभा सीट को सपा का गढ़ कहा जाता है। सपा का गठन भले ही वर्ष 1992 में हुआ, परंतु मुलायम सिंह यादव के राजनीति में उभार की साथ ही यहां उनका वर्चस्व बन गया था। उनके समर्थन या पार्टी वाले प्रत्याशी ही सांसद बनते रहे।
मुलायम को मोदी लहर में मिली थी प्रचंड जीत
सपा के गठन के बाद मुलायम सिंह यादव खुद वर्ष 1996 में मैदान उतरे और सांसद बने। इसके बाद से सपा यहां अजेय रही है। वर्ष 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में जब भाजपा को मोदी लहर में प्रचंड जीत मिली थी, तब भी मुलायम सिंह यादव का गढ़ बरकरार रहा था।