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महाकुंभ से अर्थव्यवस्था को मिली रफ्तार, मार्च के अंत तक चार ट्रिलियन डॉलर की हो जाएगी देश की इकोनॉमी

Updated : Fri, 28 Feb 2025 10:53 PM

भारतीय अर्थव्यवस्था रफ्तार के साथ आगे बढ़ रही है। चालू वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में भारत के जीडीपी की विकास दर 6.2 प्रतिशत रही। इसके साथ ही चालू वित्त वर्ष में जीडीपी विकास दर 6.5 प्रतिशत रहने का उम्मीद जताई गई है। महाकुंभ के भव्य आयोजन से ट्रांसपोर्ट फूड होटल जैसे कई उद्योगों को बल मिला है।

तमाम वैश्विक चुनौतियों के बावजूद घरेलू मांग की मजबूती से दुनिया में सबसे तेज गति से विकास करने का सिलसिला कायम है। चालू वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में भारत के जीडीपी की विकास दर 6.2 प्रतिशत दर्ज की गई जो चीन, अमेरिका, इंडोनेशिया, ब्राजील जैसे तमाम विकसित व विकासशील देशों की तुलना में अधिक है।

 

भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक संकेत यह है कि महाकुंभ के भव्य आयोजन, सार्वजनिक कंपनियों के पूंजीगत खर्च में बढ़ोतरी और गैर पेट्रोलियम व गैर जेम्स व ज्वैलरी निर्यात में बढ़ोतरी से चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में विकास दर 7.6 प्रतिशत रहने का अनुमान है।

 

जीडीपी विकास दर 6.5 प्रतिशत रहने की संभावना

चौथी तिमाही में जीडीपी के अच्छे प्रदर्शन से चालू वित्त वर्ष में जीडीपी विकास दर 6.5 प्रतिशत रहने का उम्मीद जताई गई है। इस विकास दर को हासिल करने से इस साल मार्च अंत में भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार वर्तमान मूल्य पर चार ट्रिलियन डॉलर के पास पहुंच जाएगा। मुख्य आर्थिक सलाहकार वी. अनंत नागेश्वरन ने बताया कि प्रयागराज में महाकुंभ के भव्य आयोजन से ट्रांसपोर्ट, फूड, होटल जैसे कई उद्योगों को बल मिला है।