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Ram Mandir: थल, नभ और जल से अभेद्य हुई रामनगरी की सुरक्षा व्यवस्था, ATS, STF और NDRF की चप्पे-चप्पे पर रहेगी पैनी नजर

Updated : Sat, 13 Jan 2024 05:24 PM

प्रदेश के विभिन्न जिलों से 100 से अधिक डीएसपी 325 इंस्पेक्टर व 800 उपनिरीक्षकों को तैनात किया जा चुका है जबकि मुख्य समारोह से पहले पुलिस और अर्धसैनिक बलों के 11000 जवान तैनात किए जाएंगे। वीआइपी सुरक्षा के लिए तीन डीआइजी 17 एसपी 40 एएसपी 82 डीएसपी 90 इंस्पेक्टर के साथ एक हजार से ज्यादा आरक्षी और चार कंपनी पीएसी को तैनात किया गया है।

रामनगरी की सुरक्षा को अभेद्य बनाने के लिए प्रदेश सरकार थल, नभ और जल से व्यवस्था सुदृढ़ कर रही है। इसमें टेक्नोलाजी का भरपूर प्रयोग किया जा रहा है। आतंकवाद निरोधक दस्ता, स्पेशल टास्क फोर्स, पीएसी, विशेष सुरक्षा बल समेत बड़ी संख्या में सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई है। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, एंटी ड्रोन, सीसीटीवी कैमरों को स्थापित किया गया है।

सरयू नदी और घाटों पर एनडीआरएफ की टुकड़ी तैनात की गई है। नावों को जीपीएस से लैस किया जा रहा है। अतिथियों के सत्यापन के लिए बार कोडिंग का उपयोग होगा। श्रद्धालुओं के लिए नगर निगम की ओर से विभिन्न भाषाओं में साइनेज भी लगवाए गए हैं।

आईजी रेंज प्रवीण कुमार ने बताया कि सीएम के निर्देश पर राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के मद्देनजर अयोध्या में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। सीआरपीएफ, एनडीआरएफ भी तैनात है। इंटेलिजेंस ब्यूरो और रा का भी सहयोग लिया जा रहा है।

प्रदेश के विभिन्न जिलों से 100 से अधिक डीएसपी, 325 इंस्पेक्टर व 800 उपनिरीक्षकों को तैनात किया जा चुका है, जबकि मुख्य समारोह से पहले पुलिस और अर्धसैनिक बलों के 11,000 जवान तैनात किए जाएंगे। वीआइपी सुरक्षा के लिए तीन डीआइजी, 17 एसपी, 40 एएसपी, 82 डीएसपी, 90 इंस्पेक्टर के साथ एक हजार से ज्यादा आरक्षी और चार कंपनी पीएसी को तैनात किया गया है।

रेलवे सुरक्षा एजेंसियों से भी समन्वय बनाकर कार्य किया जा रहा है। श्रद्धालुओं एवं अतिथियों के साथ अच्छे व्यवहार के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। श्रद्धालुओं के लिए सहयोग के लिए 250 पुलिस गाइड की तैनाती किए गए हैं। इसके अलावा 14 जनवरी को डिजिटल टूरिस्ट एप को लांच किया जाएगा।