किसान आंदोलन की धुरी रहे राकेश टिकैत ने आंदोलन को बताया राजनीति से अलग, सामाजिक मुद्दों पर खुलकर बोले
Updated : Sat, 09 Dec 2023 05:06 PM

भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत किसान आंदोलन की सबसे बड़ी धुरी रहे हैं। केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ लंबा धरना दिया तो मुजफ्फरनगर में किसानों की बड़ी पंचायत की। बिहार समेत देश के राज्यों के किसानों के बीच पहुंचे। कुश्ती संघ के अध्यक्ष व भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह पर गंभीर आरोप लगाने वाली महिला पहलवानों के पक्ष में खुलकर उतरे।
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत किसान आंदोलन की सबसे बड़ी धुरी रहे हैं। केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ लंबा धरना दिया तो मुजफ्फरनगर में किसानों की बड़ी पंचायत की। बिहार समेत देश के राज्यों के किसानों के बीच पहुंचे।
कुश्ती संघ के अध्यक्ष व भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह पर गंभीर आरोप लगाने वाली महिला पहलवानों के पक्ष में खुलकर उतरे। वो कभी ट्रैक्टर रैली निकालते हैं तो कहीं टोल प्लाजा फ्री कराते हैं।
सरकार की आलोचना करते हैं तो विपक्षी दलों के नेताओं के साथ मंच साझा कर स्वयं भी निशाने पर आ जाते हैं। उन्हें भाकियू में बड़ी टूट की वजह भी बताया गया, लेकिन इन सबके बावजूद टिकैत अपने तेवर, व्यंग्य, हाजिर जवाबी और बयानों से चर्चा के केंद्र में रहते हैं।
टिकैत कहते हैं कि आंदोलन करना कोई राजनीति नहीं है, लेकिन किसान संगठनों को राजनीति से दूर रहने की हिदायत देते हैं। दिल्ली में आसपास औद्योगिक गतिविधियों को प्रदूषण की वजह मानते हैं। हैरानी जताते हैं कि पंजाब की पराली का धुआं दिल्ली ही क्यों पहुंचता है, पाकिस्तान कैसे नहीं जाता?