Taj Gaurav : Agra News Channel
  • Home
  • Sat, 20-Apr-2024

Breaking News


Vastu Tips For Bathroom: बाथरूम में इन वास्तु नियमों का रखें ध्यान, वरना लग सकता है वास्तु दोष

Updated : Sun, 04 Jun 2023 01:39 PM

वास्तु शास्त्र में घर के हर हिस्से के लिए कुछ-न-कुछ नियम बनवाए गए हैं। वास्तु शास्त्र में बाथरूम को घर की ऐसी जगह माना गया है जहां पर सबसे ज्यादा नकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है। इसलिए यहां पर वास्तु नियमों का खास ख्याल रखना पड़ता है।

किस दिशा में होनी चाहिए टॉयलेट सीट

वास्तु शास्त्र के अनुसार किचन के सामने या मेन गेट के सामने कभी भी शौचालय नहीं बनवाना चाहिए। इससे घर में वास्तु दोष लगता है। इसके साथ ही शौचालय की टॉयलेट सीट हमेशा पश्चिम या उत्तर-पश्चिम दिशा में होनी चाहिए।

इस दिशा में भूलकर भी न बनवाएं टॉयलेट

वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर का टॉयलेट कभी भी उत्तर दिशा या उत्तर-पूर्व दिशा में नहीं बनवाना चाहिए। शास्त्रों में इस दिशा भगवान कुबेर और धन की देवी लक्ष्मी का वास होता है। इस दिशा में शौचालय होने से धर में धन हानि होती है। साथ ही बाथरूम कभी भी दक्षिण-पूर्व या दक्षिण-पश्चिम दिशा में नहीं होना चाहिए। इससे घर के सदस्यों की सेहत पर बुरा असर पड़ता है और अक्सर घर में कोई न कोई बीमार रहता है।

किस दिशा में लगवाएं शॉवर

वास्तु शास्त्र में दक्षिण दिशा अग्नि की दिशा मानी गई है। इसलिए इस दिशा में पानी की बाल्टी, शॉवर या नल नहीं होना चाहिए। नल या शॉवर को उत्तर दिशा में लगवाना चाहिए, क्योंकि यह जल की दिशा होती है। वास्तु शास्त्र बाथरूम में शीशा लगाने की अनुमति नहीं देता। इसका कारण यह है कि शीशा एनर्जी रिफ्लेक्ट करता है और बाथरूम में सबसे ज्यादा निगेटिव एनर्जी होती है।

इन बातों का भी रखें ध्यान

वास्तु शास्त्र के अनुसार बाथरूम में रंग योजना का ध्यान रखना भी जरूरी है। सफेद रंग बाथरूम के लिए सबसे अच्छा माना जाता है, इसलिए इसमें सफेद रंग की टाइलें लगवाएं। इसके अलावा आप हल्के रंग जैसे लाइट पीला, हरा आदि का भी प्रयोग कर सकते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार बाथरूम में नीले रंग की बाल्टी और मग रखना शुभ माना जाता है। इससे घर में बरकत होती है। वहीं काले और लाल रंग की बाल्टी का इस्तेमाल बाथरूम में नहीं करना चाहिए।

डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।