बेस्ट इंडियन ब्रांड्स 2023 की रैंकिंग में Reliance नंबर 1 पर, Jio समेत इन कंपनियों ने बनाई टॉप 5 में जगह
Updated : Thu, 01 Jun 2023 12:00 AM

इंटरब्रांड की एक रिपोर्ट के मुताबिक, रिलायंस इंडस्ट्रीज और उसकी दूरसंचार प्लेटफॉर्म जियो ने भारतीय ब्रांडों की नई रैंकिंग में प्रमुख स्थान हासिल किया है। रिपोर्ट से पता चलता है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज ने दूसरा स्थान हासिल किया है, जबकि जियो वर्ष 2023 के लिए शीर्ष दस भारतीय ब्रांडों में पांचवें स्थान पर है।
अरबपति मुकेश अंबानी की Reliance Industries 65,320 करोड़ रुपये के ब्रांड मूल्य के साथ दूसरे स्थान पर है। उनके समूह की दूरसंचार और डिजिटल इकाई Jio भी 49,027 करोड़ रुपये की ब्रांड वैल्यू के साथ टॉप 5 में है। आइए आपको इसके बारे में आपको और डिटेल से बताते हैं।
टॉप 10 में इन कंपनियों ने बनाई जगह
Tata Consultancy Services (TCS) 2023 50 सबसे मूल्यवान भारतीय ब्रांडों की सूची में 1.09 लाख करोड़ रुपये के ब्रांड मूल्य के साथ शीर्ष पर है। इसके बाद इंफोसिस तीसरे नंबर पर है। एचडीएफसी, एयरटेल, एलआईसी, महिंद्रा, एसबीआई और आईसीआईसीआई ने भी इस लिस्ट में जगह बनाई है।
शीर्ष दस ब्रांडों का सामूहिक ब्रांड मूल्य 100 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक बढ़ गया है, जो पिछले एक दशक में 167 प्रतिशत की बढ़ोतरी को दर्शाता है। रिपोर्ट मेंआर्थिक बढ़ोतरी पर जोर देते हुए इसी अवधि के दौरान 138 प्रतिशत की इसी जीडीपी बढ़ोतरी पर प्रकाश डाला गया है।
FMCG सेक्टर में हुई है बड़ी ग्रोथ
पिछले दस वर्षों में सबसे तेजी से बढ़ते क्षेत्रों की जांच करते हुए, FMCG ने 25 प्रतिशत की प्रभावशाली कम्पाउंड एनुअल ग्रोथ (CAGR) प्रदर्शित की है, इसके बाद गृह निर्माण और बुनियादी ढांचा 17 प्रतिशत और प्रौद्योगिकी 14 प्रतिशत है।
प्रौद्योगिकी क्षेत्र ने पिछले एक दशक में अग्रणी योगदानकर्ता के रूप में उद्योगों को पीछे छोड़ दिया है। इंटरबैंड ने कहा है कि शीर्ष दस ब्रांडों का कुल ब्रांड मूल्य 4.9 लाख करोड़ रुपये है, जो लिस्ट में शेष 40 ब्रांडों के संयुक्त मूल्य से अधिक है, जो कि 3.3 लाख करोड़ रुपये है।
होम बिल्डिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में हुई है बढ़ोतरी
होम बिल्डिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर ने पिछले दस वर्षों में 69 अरब रुपये से बढ़कर 344 अरब रुपये तक की सबसे बड़ी वृद्धि देखी है। इस बीच, प्रौद्योगिकी क्षेत्र ने उल्लेखनीय वृद्धि किया है, जो INR 693 बिलियन से बढ़कर INR 2.5 ट्रिलियन हो गया है।