• Home
  • Wed, 12-Mar-2025

Breaking News


अतीक अहमद को एमपी/एमएलए कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई

Updated : Tue, 28 Mar 2023 05:18 PM

पहले माफिया फिर सांसद और अब कैदी बन चुके अतीक अहमद को 44 सालों में पहली बार सजा सुनाई गई है। साल 1979 से अतीक ने अपराध की दुनिया में कदम रखा, तब से लेकर आज तक अतीक अहमद के खिलाफ 102 मुकदमे दर्ज हुए हैं, जिनमें 57 मुकदमों की सुनवाई चल रही है।

साल 2006 में हुए उमेश पाल के अपहरण के मामले में दोषी साबित अतीक अहमद को आज एमपी/एमएलए कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। यह सजा माफिया की पहली सजा है। इसके पहले किसी भी मुकदमे में अतीक को सजा नहीं हो सकी। अधिकतर मुकदमों में गवाह बनाए गए लोग अपने बयानों से मुकर गए या मार दिए गए या फिर गवाही देने कोर्ट ही नहीं पहुंच पाए।

कैसे और कब हुई अतीक अहमद की गिरफ्तारी?

गुंडागर्दी और राजनीति से अपना रसूख बना चुके अतीक अहमद की प्रयागराज में तूती बोलती थी। हालात यह थे कि अतीक के नाम रंगदारी, वसूली का खेल भी चलने लगा था। अतीक के नजदीकी लोग अपनी पहुंच का फायदा उठाकर वे काम भी करने लगे थे, जो कि नियमों को तोड़ने वाले हुआ करते थे।

शियाट्‌स कॉलेज में काटा था बवाल

साल 2016 और महीना जून का था। उस समय सैम हिगिन बाटम इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी एंड साइंसेज (शियाट्स) कॉलेज में सेमेस्टर परीक्षाएं चल रही थीं। परीक्षा के दौरान बीटेक के दो छात्र मो. सैफ सिद्दिकी व शाबिक अहमद नकल करते पकड़े गए, जिन पर बैक पेपर देने की कार्रवाई की गई।

इससे नाराज दोनों छात्रों ने साथियों के साथ 22 नवंबर 2016 को शियाट्स परिसर में ही कॉलेज के प्रोफेसर तेजस जैकब की पिटाई कर फायरिंग की। मामले में नैनी कोतवाली में सैफ व शाकिब के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई और शियाट्स प्रशासन ने छात्रों को संस्थान से निकाल दिया।

सीसीटीवी फुटेज से सामने आया असली चेहरा

ये दोनों ही छात्र अतीक के जानने वाले थे। कालेज की कार्रवाई की भनक अतीक को लगी तो वह आग बबूला हो उठा और कॉलेज में 14 दिसंबर को अपने लाव-लश्कर के साथ कॉलेज परिसर में पहुंच बलवा काट दिया। इसके बाद कॉलेज प्रशासन ने सीसीटीवी फुटेज जारी कर दी, जिससे अतीक का असली चेहरा सबके सामने आ गया।